राजेश टंडनजैसे औरंगजेब ने अपने सारे रिश्तेदारो को नजरबंद कर दिया था और उनके खिलाफ साजिशे रची थी , वो ही सिलसिला अब राजस्थान पुलिस में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिल कर शुरु हो गया है, राजस्थान पुलिस के लोकप्रिय सर्वोच्च अधिकारी के विरूध राजधानी के एक बहु चर्चित थाने में एक फौजदारी मुकदमा बिना जांच के दर्ज हो गया , थाने के S H 0 , CO औऱ SP तथा Igp साहब बहादुर तक को पता ही नहीं है , है ना कमाल की बात , इससे क्या जाहिर होता है की अपराध की monitoring नहीं हो रही है, निचले स्तर के अधिकारी राज कर रहे हैं आधिकारियों को पुलिस कार्यों के लिये समय ही नहीं है कल्बो और नाइट पार्टीयों से फुरसत ही नहीं है…… यहां याद दिलाना चाहूगां की जोधपुर औऱ भरतपुर में दो प्रकरणो में माननीय न्याधिपतियों के विरुध प्रकरण दर्ज करने पर सम्बधित sho को तत्काल निलंबित करना पडा था और sp तथा Igp को न्यायालय में जा कर माफी मागंनी पडी थी , अगर यही हाल रहा तो पुलिस के औरगंजेब पता नहीं पुलिस के अन्य अधिकारियों व सरकार के मुखिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर वा देगें मिली भगती कर और फिर इस केस जैसे ही Court से पता चलेगा की फलां साहब के विरूध मुकदमा दर्ज हो गया, यह तो सुपरवाजरी वर्क का नमूना मात्र है वास्तविक अपराध नियन्त्रण की क्या स्थिती यह तो भगवान ही जाने, यह औरगंजेबी कार्यवाही लचर पुलिसिग़ं या मातहतों पर नियन्त्रण नहीं होने का एक उत्कृष्ट नमूना है एक सर्वोच्च पुलिस अधिकारी पर मुकदमा दर्ज हो जाये और पता भी ना लगे , मित्रों इन पुलिस में छुपे हुये औरगंजेबो का पता लगाना बहुत जरुरी है ताकी निष्ठावान अधिकारी बेखौफ नौकरी कर सके, मैं भी पता लगा रहा हूं कृपया आप भी पता लगायें ,