बेटी पढ़ाओ या बेटी बचाओ

sohanpal singh
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उत्तर प्रदेश के आदरणीय मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ जी फ़रमाते है की उत्तर प्रदेश में अब अपराध पर अंकुश लग गया है ! अपराधी जेल में है या प्रदेश छोड़कर भाग गए है । लेकिन अखबार कुछ और ही कहानी कहते है , बागपत जिले एक गाँव की कुछ लड़कियों ने अपने कालेज जाना इस लिए बंद किया की रास्ते में गुंडे किस्म के लोग उन्हें कालेज आते जाते छेड़ते थे । अब या तो अख़बार झूँठ लिखते है या योगी जी क्या कहते और चाहते है प्रशासन उससे बेखबर है जो उन तक ये सारी बाते नहीं पहुँचने देता । इस लिए अगर योगी जी चाहते है की प्रदेश में जवाबदेह शासन तंत्र काम करे तो उन्हें अखबारों में छपने वाली घटनाओ पर ध्यान देना ही होगा अन्यथा उनका और मोदी जी का सपना ” बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” को ध्वस्त होने में कोई देर नहीं लगेगी । इस लिए अपनी ओर से मन में ही यह मान लेना की शासन व्यवस्था चुस्त दुरुस्त है , ठीक नहीं होगा ! उसको ज़मीन पर भी मूर्त रूप लेना ही होगा ! अन्यथा राम राज कब आया और कब चला गया किसी को पता ही नहीं चलेगा । बेटी को दरिंदो से बचाना है तो पढ़ाई बंद करनी पड़ेगी और फिर नारा होगा ” बेटी पढ़ाओ या बेटी बचाओ ”

एस.पी.सिंह, मेरठ ।

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