*रोडवेज बसों के ड्राइवर, कंडक्टर, ओर अफसर नही दे रहे है ध्यान*
इस तरह के विज्ञापन के स्टिकर बसों में यहां वहां लगा दिए जाते है जिससे बसे बदरंग हो रही है, माताओ बहनों को ऐसे विज्ञापनों के चलते असहज होना पड़ता है ।
*इन विज्ञापन करने वालो के हौसले इतने बुलंद है कि दिन दहाड़े स्टैंड पर खड़ी बसों में अंदर ओर बाहर बड़े आराम से स्टिकर चिपका कर चले जाते है इनको रोकने वाला कोई नही है, जबकि बस स्टैंड पर सुरक्षा की माकूल व्यवस्था रहती है ।*
रोडवेज प्रशासन इस ओर ध्यान देकर ऐसे भ्रामक विज्ञापन को तुरंत निगम्बकी बसों आए हटवाने का कार्य करें ।
*हेमेन्द्र सोनी @ BDN जिला ब्यावर*