मुतालिक को ले कर वापस हटाना पडा भाजपा को

Muthalikनई दिल्ली / बीजेपी ने रविवार को विवादित हिंदूवादी नेता प्रमोद मुतालिक को पार्टी में शामिल कर अपनी भारी फजीहत करवा ली। पार्टी के अंदर-बाहर भारी विरोध के बाद यह फैसला उल्टा पड़ता देख पार्टी को कुछ ही घंटों में इसे पलटना पड़ा और मुतालिक को बीजेपी से मुल्तवी कर दिया गया। इस मामले पर बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को चेहरा बचाने के लिए यह मासूम बहाना बनाना पड़ा कि राज्य बीजेपी ने बिना उसे बताए यह फैसला ले लिया था। कर्नाटक बीजेपी ने भी अच्छे बच्चे की तरह हाईकमान को फजीहत से बचाने के लिए शाम को बयान जारी किया कि उसने ‘बड़ों’ को बिना बताए ही मुतालिक को पार्टी में शामिल कर लिया था। बीजेपी के इस बयान पर यकीन करना इसलिए भी मुश्किल है क्योंकि मुतालिक को कर्नाटक बीजेपी के टॉप नेताओं की मौजूदगी में पार्टी में एंट्री दी गई थी। कर्नाटक के पूर्व सीएम जगदीश शेट्टर, कर्नाटक बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष प्रह्लाद जोशी और पूर्व डेप्युटी सीएम केएस ईश्वरप्पा समेत तमाम बड़े नेता अपने नए साथी मुतालिक का हाथ थामे हुए थे। ऐसे में आखिर भला बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व यह दावा कैसे कर सकता है कि उन्हें मुतालिक की पार्टी में एंट्री के बारे में पता नहीं था।
दरअसल पार्टी को इसका अंदाजा नहीं था कि मेंगलुरु के एक पब में लड़कियों के साथ बदसलूकी के बाद चर्चा में आए मुतालिक को पार्टी में लाने पर इतना बवाल हो जाएगा। मुतालिक के बीजेपी में शामिल होने का विरोध न सिर्फ पार्टी के अंदर था, बल्कि लोगों ने सोशल मीडिया पर भी पार्टी के इस फैसले की जमकर आलोचना की थी।

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