जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने सुधारे हैण्डपम्प
खराब लाइनों और लीकेज का भी रखरखाव शुरू
अजमेर। गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने सुचारू जलापूर्ति के लिए अभियान शुरू कर दिया है। विभाग द्वारा हैण्डपम्प मरम्मत अभियान जारी है। खराब लाइन और लीकेज का भी रखरखाव किया जा रहा है। अब तक जिले मेें 2 हजार 830 हैण्डपम्पों की मरम्मत की जा चुकी है।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री वी.के. शर्मा ने बताया कि जिले में सुचारू जलापूर्ति के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा के निर्देशानुसार पेयजल अभावग्रस्त क्षेत्रों में टैंकरों से जलापूर्ति की जाएगी। कुछ क्षेत्रों में वर्तमान में भी जलापूर्ति की जा रही है।
उन्होंने बताया कि विभाग ने हैण्डपम्प मरम्मत अभियान शुरू कर दिया है। जिले में स्थापित 21 हजार 636 हैण्डपम्पों में से खराब पाए गए 2 हजार 830 हैण्डपम्पों की मरम्मत की जा चुकी है। वर्तमान में जिले में 19 हजार 799 हैण्डपम्प चालू है शेष सूखे एवं परित्यक्त हैण्डपम्प हैं।
श्री शर्मा ने बताया कि दूषित पेयजल की रोकथाम के लिए जिले में अब तक 2 हजार 256 लीकेज ठीक किए गए हैं। विभाग ने 1931 सैम्पल टेस्ट किए जिनमें अवशेष क्लोरीन टेस्ट सही पाए गए। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में गंदे नालों की सफाई के लिए संबंधित विभागों को सूचित किया गया है। जिला प्रशासन के सहयोग से अब तक 410 अवैध जल संबंध विच्छेद किए गए हैं। जिले के सभी खण्डों के अधिकांश क्षेत्रों में बीसलपुर का स्वच्छ पानी वितरित किया जा रहा है। सभी खण्डों में 3 महीने का ब्लीचिंग पाउडर उपलब्ध है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में अजमेर व किशनगढ़ शहर में 13 टैंकरों से प्रतिदिन 85 ट्रिप्स जलापूर्ति की जा रही है। पीसांगन में दो टैंकरों से रोजाना 15 ट्रिप जलापूर्ति हो रही है। विभाग द्वारा टंकियों की सफाई भी प्राथमिकता के आधार पर करवाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि अजमेर शहर में पुर्नगठित 235 जल वितरण क्षेत्रों में से 134 क्षेत्रों में प्रतिदिन जल वितरण किया जा रहा है। जवाहरलाल नेहरू शहरी नवीनीकरण मिशन के अन्तर्गत अजमेर एवं पुष्कर शहर में पेयजल वितरण प्रणाली के सुदृढ़ीकरण की योजना पूर्ण होने पर बीसलपुर से प्राप्त होने वाला जल लगभग तीन चौथाई शहर में प्रतिदिन वितरण किया जाना संभव हो पाएगा।