अंगदान एवं अंग प्रत्यारोपण पर कार्यशाला सम्पन्न

अजमेर 04 नवम्बर। जवाहर लाल नेहरू आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के सभागार में अंगदान एवं अंग प्रत्यारोपण पर कार्यशाला सम्पन्न हुई। जिसमें जयपुर के डाॅ. गिरीराज बोहरा, डाॅ. मनोज एवं डाॅ. क्रिसबेरी ने अंगदान पर अपने विचार व्यक्त किए।
जवहार लाल नेहरू आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. के.सी.अग्रवाल ने कार्यशाला में कहा कि अगदान के प्रति समझ एवं त्वरित कार्यवाही से दूसरे व्यक्तियों का जीवन बचाया जा सकता है। डाॅ. बोहरा के अनुसार नेत्रादान मृत व्यक्ति द्वारा सम्पन्न होना है। जबकि अंगदान भारत सरकार तथा अन्तर्राष्ट्रीय मापदण्डों के आधार पर गठित कमेटी द्वारा ब्रेन डेड निर्धारित व्यक्ति के परिवार की सहमति के पश्चात ही अंगदान की प्रक्रिया अमल में लायी जाती है। अंगदान हृदय, फेंफड़े, वृक्क, यकृत, हाथ, पैर, जोड़ आदि का किया जा सकता है।

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