सोने की मांग में 4 फीसदी कमी दर्ज

ईटीएफ निवेश की धीमी गति की वजह से 2018 की दूसरी तिमाही में सोने की मांग में 4 फीसदी कमी दर्ज

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (विश्व स्वर्ण परिशद) की नवीनतम गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स रिपोर्ट के मुताबिक 2018 की दूसरी तिमाही में वैश्विक स्वर्ण मांग सुस्त रहते हुए 964 टन रही जो 2017 में समान अवधि के मुकाबले 4 फीसदी कम है। स्वर्ण आधारित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में सुस्त निवेश ने पिछले वर्ष के उच्च स्तर के मुकाबले कमजोर तुलना पेश की है जिससे मांग का स्तर 2009 के बाद पहली छमाही के न्यूनतम स्तर तक पहुंच गया है। हालांकि दुनिया के सबसे बड़े स्वर्ण बाजार चीन में उपभोक्ता मांग में 7 फीसदी बढ़ोतरी देखने को मिली।

ईटीएफ निवेश जारी रहा, हालांकि 2016 और 2017 में उच्च स्तरों के मुकाबले यह गति काफी कम रही। निवेश सालाना आधार पर 46 फीसदी कम रहा। यूरोपीय सूची बद्ध फंडों में निवेश ठीक-ठाक रहा जिसका कारण इटली में चुनावों और मौद्रिक नीति दृष्टिकोण के चलते उत्पन्न अनिश्चितता का माहौल था। इसके उलट,उत्तरी अमेरिका के सूची बद्ध फंडों में 30.6 टन की गिरावट देखने को मिली क्योंकि निवेशकों ने घरेलू आर्थिक मजबूती पर ध्यान केंद्रित किया।

दूसरी तिमाही में गिरावट के बावजूद पहली छमाही में आभूशणों की मांग में मामूली बदलाव देखने को मिला और यह 1,031 टन पर रहा। दूसरी तिमाही में भारत और पश्चिम एशिया में कमजोर मांग की भरपाई कुछ हद तक चीन और अमेरिका में हुई वृद्धि से हुई जहां पिछले वर्ष में 5 फीसदी के मुकाबले वृद्धि हुई। भारतीय मांग वार्षिक आधार पर 8 फीसदी कम हुई जिसका कारण उच्च स्थानीय कीमतों के साथ मौसमी और धार्मिक कारक रहे।

2018 की दूसरी तिमाही के दौरान प्रौद्योगिकी क्षेत्र में वार्षिक वृद्धि लगातार सातवें तिमाही जारी रही जब मांग 2 फीसदी बढ़कर 83 टन रही। इलेक्ट्रॉनिक्स में इस्तेमाल होने वाले सोने की मांग स्मार्टफोन, गेम्स कंसोल और वाहनों के कारण बनी रही।पहली छमाही की मांग तीन वर्ष के उच्च स्तर 165 टन के स्तर पर पहुंच गई।

बार और सिक्कों की वैश्विक मांग 248 टन के स्तर पर अपरिवर्तित रही। अमेरिका के साथ बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों के कारणचीनऔरईरानमें मजबूत मांग तुर्की, भारत और यूरोप में आई गिरावट के कारण समान स्तर पर रहीं जहां स्थानीय कीमतें उच्च स्तर पर बनी रहीं।

केंद्रीय बैंकों ने 2018 की दूसरी तिमाही में वैश्विक आधिकारिक भंडार में 89 टन सोना जोड़ा जो 2017 की दूसरी तिमाही के मुकाबले 7 फीसदी कम था। 2018 की पहली छमाही में की गई कुल खरीद 193 टन 2015 के मुकाबले सर्वाधिक रही। रूस, तुर्की और कजाखस्तान जैसे आमतौरपर खरीद करने वाले देशों के साथ भारतीय रिजर्व बैंक भी बाजार में लौटा हालांकि 2.5 टन से अधिक की मामूली खरीदारी ही की।

एलिएस्टर हेविट, प्रमुख, मार्केट इंटेलिजेंस, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने कहा, ’’वित्तीय बाजारों से जुड़े कुछ जोखिमों के प्रति दुनिया भर के निवेशकों की प्रतिक्रिया काफी दिलचस्प रही। कमजोर आर्थिक संभावनाएं और मुद्राओं की अस्थिरता के साथ ही अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव ने चीन और ईरान में सोने की मांग को बढ़ावा दिया जबकि अमेरिकी निवेशकों ने किसी भी तरह के भू-राजनीतिक चिंताओं पर गौर नहीं किया। प्रौद्योगिकी कंपनियों से मांग में वृद्धि जारी रही जब पहली छमाही की मांग तीन वर्षों के उच्च स्तर पर पहुंच गई जबकि आर्थिक वृद्धि से अमेरिका में आभूषणों की मांग में बढ़ोतरी हुई जिससे दूसरी तिमाही की मांग दस वर्षों के उच्च स्तर पर पहुंच गई।’’

बेहतर खान उत्पादन और रिसाइकिलिंग वृद्धि के दम पर सोने की कुल आपूर्ति 2018 की दूसरी तिमाही में 3 फीसदी बढ़कर 1,120 टन के स्तर पर पहुंच गई। दूसरी तिमाही में खान उत्पादन 3 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 836 टन पर पहुंच गई जो रूस, इंडोनेषिया और कनाडा में जारी परियोजनाओं के दम पर दूसरी तिमाही का रिकॉर्ड रहा।सोने की रिसाइकिलिंग में भी वृद्धि हुई क्योंकि भारत, तुर्की और ईरान में मुद्रा की कमजोरी के कारण सोने की स्थानीय कीमतों में तेजी आई और उपभोक्ताओं को अपनी होल्डिंग से मुनाफा कमाने के लिए प्रोत्साहन मिला।
गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स दूसरी तिमाही 2018रिपोर्ट की खास जानकारियां इस प्रकार हैंः
ऽ क्ुल मांग 964 टन रही, 2017 की दूसरी तिमाही के 1008 टन के मुकाबले 4 फीसदी कमी
ऽ क्ुल उपभोक्ता मांग1 फीसदी घटकर 758 टन रही, पिछले वर्ष की समान अवधि में 767 टन थी
ऽ कुल निवेश मांग9 फीसदी कम रहकर 281 टन रही जो 2017 की दूसरी तिमाही में 310 टन थी
ऽ वैश्विक आभूषण मांग 2 फीसदी कम रहकर 510 टन रही जो 2017 की समान अवधि में 519 टन थी
ऽ केंद्रीय बैंक मांग7 फीसदी कम रहकर 89 टन रही जो 2017 की दूसरी तिमाही में 96 टन थी
ऽ प्रौद्योगिकी क्षेत्र में मांग 2 फीसदी बढ़कर 83 टन रही जो 2017 की दूसरी तिमाही में 81 टन थी
ऽ कुल आपूर्ति 3 फीसदी बढ़कर 1120 टन रही जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 1086 टन थी
ऽ रिसाइकिलिंग 4 फीसदी बढ़कर 295 टन थी जो 2017 की दूसरी तिमाही के 283 टन थी
मेटल्स फोकस द्वारा मुहैया कराए जाने वाले व्यापक आंकड़े शामिल करने वाली द गोल्ड डिमांड ट्रेंड् सक्वॉर्टर 2 2018

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