आयुष कर्मियों को भी वेतन स्थगन से मुक्त करें

माननीय श्री अशोक जी गहलोत साहब , यशस्वी मुख्यमंत्री महोदय , राजस्थान सरकार – जयपुर ।

विषय :- कोविड-19 आपदा से निपटने के लिये मेडिकल विभाग के बराबर अग्रिम पंक्ति में कार्यरत प्रदेश के आयुष कर्मियों को भी वेतन स्थगन से मुक्त कर इन्हें पूरा वेतन व अन्य लाभ प्रदान करने बाबत !

महोदय,
उपरोक्त विषय में निवेदन है कि कोरोना प्रदेशवासियों की होम्योपैथिक व यूनानी चिकित्सा विभाग के समस्त चिकित्सा अधिकारी व नर्सिंग कर्मी अग्रिम पंक्ति में कार्य करते हुए प्रदेश के आमजन की सेवा में लगे हुए हैं।
कोविड-19 महामारी में शटडाउन / पब्लिक लॉक डाउन के दृष्टिगत गृह (ग्रुप -9) विभाग राज्यादेश :- प.33(2) गृह-9/2019/जयपुर /दिनांक 19-3-2020 तथा 22-3 -2020 द्वारा आवश्यक सेवाओं हेतु आयुर्वेद की सेवाओं को आवश्यक रखा गया था तथा दिनांक 7-4-2020 के माध्यम से कालांतर में आयुर्वेदिक , होम्योपैथिक यूनानी चिकित्सा सेवाओं के कार्यों को आवश्यक सेवाओं में समझते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधीन कर दिया गया

कोविड-19 संक्रमण का निदान बचाव व रोकथाम कार्यों की अग्रिम पंक्ति में मेडिकल के साय आयुर्वेद , होम्योपैथिक व यूनानी चिकित्सा विभाग की सेवाओं से निदान सर्वे परीक्षण, निदान सैम्पलिंग , क्वारंटाइन एवं आइसोलेशन केंद्रों में लगातार दिनरात अपनी व अपने परिवार की जान जोखिम में डालकर कार्य किया जा रहा है।

कोविड-19 महामारी वायरस कार्यों के साथ-साथ क्वारंटाइन सेंटर व होम आइसोलेशन तथा सर्वे सुपरविजन के दौरान चिन्हित लोगों की आयुर्वेद, यूनानी होम्योपैथिक औषधियों द्वारा रोगप्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाकर जनसामान्य को स्वस्थ रखने के लिए प्रयासरत है । कोविड-19 रोकथाम कार्यों की अग्रिम पंक्ति में आयुर्वेद , होम्योपैथी व यूनानी चिकित्सा विभाग की सेवाओं से निदान सर्वे परीक्षण, निदान सैम्पलिंग, क्वारंटाइन व आइसोलेशन केंद्रों का संचालन किया जा रहा है !

आयुष विभाग के अधिकारी व नर्सिंग कर्मचारी कोविड-19 कार्यों के साथ-साथ चिन्हित लोगों की आयुर्वेद , होम्योपैथी व यूनानी औषधियों से रोगप्रतिरोधक मजबूत बनाकर उनं स्वस्थ रखने के लिए प्रयासरत है तथा आयुष विभाग की सेवायें स्वास्थ्य विभाग के अधीन करने के कारण उनके मुख्यालय परिवर्तन हो गए हैं और अस्थाई मुख्यालयों पर लॉकडाउन की स्थिति में उनके व्यक्तिगत खर्च भी बढ़ गए हैं तथा सुरक्षा एवं बचाव के उपयुक्त उपकरणों व सामग्री की उपयुक्त व्यवस्था नहीं होने के कारण कार्यों के दौरान आवश्यक सामग्री जैसे सेनेटाइजर, मास्क,ग्लब्ज,पीपी किट आदि की खरीद स्वयं के खर्चे से कर रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा आयुष विभाग के कोविड-19 के महामारी वारियर्स के मान , मनोबल पर प्रायोजित ढंग से कुठाराघात करते हुऐ इनके साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाकर वित्त विभाग के आदेश दिनाँक 1 व 2 अप्रैल 2020 के द्वारा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य चिकित्सा विभाग के कर्मियों को वेतन स्थगन से मुक्त करार देकर इन्हें 2500/- से 5000/- रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में भुगतान करने के आदेश किये गये ओर मेडिकल विभाग में 8 हजार के करीब नसँज को नियुक्तिया दी गई है, ठीक इसके विपरीत आयुष विभाग के कार्मिको को इससे वंचित रखा गया जिसके चलते प्रदेश के समस्त आयुष जगत में सरकार के प्रति भारी आक्रोश की ज्वाला फूट रही है। अतः श्रीमान जी से सादर आग्रह है कि कोरोना में मेडिकल विभाग के साथ 24 घण्टे यूटी कर रहे प्रदेश के आयुर्वेद, होम्योपैथी व यूनानी चिकित्सा विभाग के चिकित्सा अधिकारी व नर्सिंग कर्मचारियों आदि को भी वेतन स्थगन से मुक्त कर व संक्रमण से खुद के बचाव हेतु 2500/- से 5000/- रुपये की प्रोत्साहन राशि का भुगतान कर इनका भी 50 लाख का बीमा रिस्क कवर करने के व नरसेज भर्ती शुरू करने के आदेश अविलम्ब जारी करवाने की कृपा करें। छीतर मल सैनी प्रदेश अध्यक्ष

निम्न को सूचनार्थ एव आवश्यक कार्यवाही हेतु सादर प्रेषित :

1.माननीय चिकित्सा महोदय, राजस्थान सरकार जयपुर ।

2.माननीय मुख्य सचिव महोदय, राजस्थान सरकार जयपुर !

माननीय प्रमुख शासन सचिव महोदय, वित्त विभाग राजस्थान सरकार जयपुर ।

4.माननीय अतिरिक्त मुख्य सचिव महोदय, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग राजस्थान सरकार जयपुर !

5.माननीय प्रमुख शासन सचिव महोदय, आयुर्वेद एव भारतीय चिकित्सा विभाग

जयपुर
छीतर मल सैनी प्रदेश अकष

error: Content is protected !!