माइक्रोसॉफ्ट एन्विज़न फोरम में उद्योग जगत के लीडर्स ने नई वास्तविकता में बिजनेस को फिर से खड़ा करने पर की चर्चा

नई दिल्ली, 19 मई, 2020: माइक्रोसॉफ्ट एन्विज़न फोरम में आज बीएफएसआई, विनिर्माण और खुदरा क्षेत्रों के उद्योग जगत के नेतृत्वकर्ताओं ने नई वास्तविकता में व्यवसायों की पुन: संकल्पना के लिए नवाचार और असल दुनिया के डिजिटल रूपांतरण की जरूरत पर गहन विचार-मंथन किया। वरिष्ठ कार्यकारियों और विशेषज्ञों ने विभिन्न उद्योग वर्टिकल्स के सामने फिलहाल मौजूद चुनौतियों पर चर्चा की और कर्मचारियों की सुरक्षा तथा व्यवसाय की निरंतरता के लिए अपनाई गई सर्वोत्तम प्रणालियों को साझा भी किया। एन्विज़न के पहले वर्चुअल संस्करण में संवाद का संचालन करते हुए माइक्रोसॉफ्ट ने हर संगठन को अपना व्यवसाय कायम रखने, नवाचार करने और तरक्की करने में सक्षम बनाने संबंधी अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

मुख्य सत्र में माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के प्रेसिडेंट अनंत माहेश्वरी और टाटा संस की ग्रुप चीफ डिजिटल ऑफिसर आरती सुब्रमण्यिन ने विश्लेषण किया कि कोविड-19 महामारी ने किस तरह एक झटके में डिजिटल रफ्तार को तेज कर दिया है। उन्होंने इस बात की छानबीन भी की कि एक प्रवाही और सतत विकसित होते माहौल में कैसे यह पुनरुत्थान तथा लचीलेपन के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएगा। एक सामूहिक प्रयास का आह्वान करते हुए माहेश्वरी ने कहा, “कोविड-19 ने हमारे व्यवसायों, समुदायों, उद्योगों और दुनिया को हमेशा के लिए बदल दिया है। इस तरह की चुनौती का समाधान किसी अकेली कंपनी के बस की बात नहीं है। कोविड-19 पर जीत के लिए निजी और सार्वजनिक क्षेत्र मिलकर काम करने जा रहे हैं। अपने कर्मचारियों व समुदायों को सुरक्षित रखने और अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे लोगों को सहयोग देने के साथ-साथ हमारी प्राथमिकता अपने साझेदारों और ग्राहकों को उनके व्यवसाय चालू रखने में मदद करने की भी रही है। जैसा कि मौजूदा हालात में हमारा काम जारी है और हम भविष्य के लिए योजनाएं बना रहे हैं, यह स्पष्ट है कि विभिन्न उद्योगों में निहित अवसरों के बरअक्स जरूरी बदलाव किया जाना बेहद महत्वपूर्ण है। तकनीक पहले से कहीं अधिक प्रबल भूमिका निभाएगी – वह आर्थिक बहाली को मुमकिन बनाएगी और हम में से प्रत्येक को ज्यादा हासिल करने में मददगार होगी।”
सुश्री सुब्रमण्यिन के अनुसार, कोविड-19 विभिन्न उद्योगों में डिजिटल प्रसार और क्लाउड, एआई व साइबर सुरक्षा में निवेश को तेज करेगा। उन्होंने कहा, “कंपनियों में डिजिटल रूपांतरण नए एंड-टू-एंड ग्राहक सफर पर ध्यान केंद्रित करेगा और हम विनिर्माण उद्योगों में स्वचालन अपनाए जाने में बढ़ोतरी देखेंगे। दूरस्थ कामकाज के मॉडल को देखते हुए वे कर्मचारियों का जुड़ाव बढ़ाने में भी निवेश करेंगे। विभिन्न उपक्रम क्षैतिज क्षमता के तौर पर विश्व स्तरीय डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करेंगे।“
माहेश्वरी ने यह भी बताया कि शिक्षा, स्वास्थ्य और लोक वितरण में सामाजिक क्षेत्र के कार्यक्रमों के प्रबंधन में तकनीक बड़ी भूमिका निभाएगी, जिससे अर्थव्यवस्था की मजबूती में मदद मिलेगी। उन्होंने मजबूत सुरक्षा समाधान और भरोसे की जरूरत भी बताई, क्योंकि संगठन एक नए भविष्य के लिए तकनीकी गहनता निर्मित कर रहे हैं।

बेहतर भविष्य के लिए इंटेलीजेंट मैन्युफैक्चरिंग: जैसा कि निर्माता अस्थिर आपूर्ति व मांग और उत्पादन में व्यवधान से जूझ रहे हैं, वे इस अभूतपूर्व दौर में कामकाज जारी रखने और वितरण को बनाए रखने के लिए अपनी उत्पादन व आपूर्ति श्रृंखलाओं, और सेवाओं को पुनर्संगठित कर रहे हैं। पिडिलाइट के सीआईओ मयूर दानाइत ने कहा, “मैन्युफैक्चरिंग हमेशा से एक पारंपरिक व्यवसाय रही है, लेकिन कोविड के बाद इस सेक्टर को एक सहज साझेदार तंत्र मुमकिन बनाने के लिए खुद को नए सिरे से खड़ा करना होगा। शॉप फ्लोर कार्यकुशलताएं लाने के लिए आईओटी का इस्तेमाल और अंतिम सिरे के उपभोक्ता व चैनल पार्टनर्स के साथ जुड़ाव के लिए डिजिटल सहयोग, भविष्यसूचक विश्लेषिकी, बॉट्स का उपयोग और अनुभवों का गेमिफिकेशन ऐसे प्रतिमान हैं, जिनके प्रसार की काफी संभावनाएं हैं।”

लॉकडाउन के बाद खुदरा उद्योग की पुनर्संकल्पना: पिछले कुछ वर्षों के दौरान तकनीक ने खुदरा विक्रेताओं को मूल्य श्रृंखला के हर पहलू को बदलने में सक्षम कर दिया है। नोवल कोरोनावायरस आपदा के चलते यह सेक्टर अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर बड़ी चिंताओं, दुकानों में अनिवार्य तालाबंदी, मांग में भारी बदलाव और ग्राहकों की बदलती जरूरतों से जूझते हुए परिचालन की कोशिश कर रहा है। टाइटन कंपनी लिमिटेड में सीआरएम के प्रमुख संजय भट्टाचार्जी ने कहा, “रिटेल थैरेपी से लेकर अब एक-दूसरे से शारीरिक तौर पर दूरी बनाए रखने के लिए घर से बाहर न निकल पाने की स्थिति तक- उपभोक्ता की मानसिकता में एक प्रतिमान जैसा बदलाव आया है। जिस तरह से ग्राहक खरीदारी करते थे वह नाटकीय रूप से बदल जाएगा। और यह नई वास्तविकता है, जिसमें अब हम सभी को कार्य करना है। ब्रांड अपने ग्राहकों के साथ कैसे संवाद करते हैं और जुड़ाव बनाते हैं, इससे ही काफी बड़ा फर्क पैदा होता है। डिजिटल होना ग्राहकों के लिए वर्चुअल अनुभव को संभव बनाने की कुंजी है – ऐप पर उत्पादों को देखने से लेकर डिलीवरी के लिए किसी उत्पाद की बुकिंग करने तक। रिमोट कम्युनिकेशन प्लेटफार्मों के माध्यम से अब रिटेल ब्रांडों के पास खरीदार समुदाय के साथ पहले की तुलना में कहीं अधिक गहरा जुड़ाव बनाने का अवसर है।”

कोविड के बाद वित्तीय सेवा क्षेत्र का पुनर्निर्माण: ग्राहकों को सहयोग करने और जिन्हें सहायता की सबसे ज्यादा जरूरत है उनकी मदद करने के लिए बैंकिंग और वित्तीय सेवा प्रदाताओं ने विनियामक और अनुपालन दायित्वों को पूरा करते हुए अपने परिचालन के मॉडलों और सेवाओं को समायोजित किया है। भारतीय स्टेट बैंक के उप प्रबंध निदेशक, अनूप महापात्रा के अनुसार, “एसबीआई देश में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है और पिछले एक दशक में बैंक ने एसबीआई में बैंकिंग अनुभव के डिजिटल रूपांतरण के लिए एक मजबूत आईटी तंत्र के निर्माण में भारी निवेश किया है। इसने वर्तमान दौर जैसे मुश्किल वक्त में भी समूचे तंत्र को निर्बाध रूप से चलाने की सुविधा प्रदान की है। हमारी 22000 शाखाएं और 58000+ एटीएम का नेटवर्क मजबूत आईटी प्लेटफॉर्म पर सहज-सुचारु रूप से काम कर रहे हैं। कुल लेन-देन का लगभग 90% एनीटाइम चैनल्स, यानी शाखा चैनल के अलावा अन्य चैनल्स से होता है। इसके चलते ग्राहक सेवा पर कोविड का कोई खास असर नहीं पड़ा है। हालांकि कर्ज की दरकारों में कुछ गिरावट आई है, लेकिन इससे निजात पाने के लिए एसबीआई के पास आसानी से ऋण उपलब्ध कराने को ढेर सारे एआई आधारित पूर्व-अनुमोदित ऋण उत्पादों के साथ एक मजबूत एंड-टू-एंड एआई / एमएल प्लेटफॉर्म है। हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में इसके लिए आकर्षण बढ़ेगा।” भारतीय स्टेट बैंक ने भी अपने व्यापक कर्मचारी समूह को घर से कामकाज के दौरान उत्पादक और परस्पर सहयोगी बनाए रखने के लिए माइक्रोसॉफ्ट टीम्स का सदुपयोग किया है।
कॉन्फ्रेंस में इस बात पर प्रमुखता से चर्चा हुई कि अब जबकि कर्मचारी और संगठन आने वाले रास्ते के लिए कमर कस रहे हैं, ऐसे में कार्यबल को उपयुक्त नए कौशलों से लैस करना महत्वपूर्ण है।

भारत में कोविड-19 के खिलाफ सामूहिक संघर्ष
जैसा कि भारत सहित पूरी दुनिया कोविड-19 के प्रकोप से जूझ रही है, माइक्रोसॉफ्ट अपने कर्मचारियों की सुरक्षा का पूरा ध्‍यान रखते हुए अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। यह संगठन अपने परिचालन क्षेत्रों के समुदायों के स्वास्थ्य और हितों की रक्षा के लिए प्रयासरत है। इसके अलावा यह सभी आकारों और जटिलताओं वाले व्यवसायों को उत्पादक बने रहने और लोगों को दूर बैठकर सुरक्षित और परस्पर संबद्ध रहते हुए काम करने और सीखने में मदद करने के लिए तकनीक, समाधान, टिप्स और संसाधन भी उपलब्ध करा रहा है। आप इसके बारे में यहां यहां और अधिक पढ़ सकते हैं।

error: Content is protected !!