जयपुर। राजस्थान ललित कला अकादमी के पूर्व सदस्य तथा पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के पूर्व उपनिदेषक श्री मोहनलाल जी गुप्ता के निधन से कला जगत को अपूर्णनीय क्षति हुई है। अकादमी के अध्यक्ष प्रो0भवानी शंकर शर्मा ने श्री मोहनलाल गुप्ता के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुये कहा कि श्री गुप्ता ने राजस्थान ललित अकादमी के सदस्य के रूप में अकादमी की योजनाओं की क्रियान्विति में हमेषा सक्रिय योगदान दिया। श्री गुप्ता ने राज्य सरकार के विभिन्न पदों पर रहते हुये भी कला जगत के लिये उनके द्वारा किये गयेे प्रयासों के लिये सदैव याद किया जाता रहेगा। श्री गुप्ता को उनकी निर्मित उल्लेखनीय कलाकृतियों के लिये अकादमी द्वारा कई बार सम्मानित भी किया गया। गुप्ता द्वारा लिखित ड्रांईंग ऑफ मारवाड़ स्कल्पचर्स, जयपुर संग्रहालय एक परिचय, आर्म्स एवं वेपेन्स इन द अलवर म्यूजियम, फेस ऑफ रोज, वॉल पेटिंगस ऑफ राजस्थान विषेष रूप से चर्चित रही। श्री गुप्ता पदमश्री श्री रामगोपाल विजयवर्गीय जी के सुपुत्र थे।
कला समीक्षक श्री विनोद भारद्वाज ने श्री गुप्ता द्वारा लिखित पुस्तक ’’गुलाबी यादें’’ का विषेष रूप से उल्लेख किया। श्रद्वांजली सभा में वरिष्ठ चित्रकार डा0नाथूलाल वर्मा, एकेष्वर हटवाल, मोहम्मद सलीम, अषोक गौड़ सहित राजस्थान सिन्धी अकादमी, राजस्थान उर्दू अकादमी, राजस्थान संस्कृत अकादमी एवं राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी के सचिव व स्टाफगण भी उपस्थित थे।
अकादमी कार्यालय में दी गई शोकाभिव्यक्ति में श्री गुप्ता को दो मिनिट की मौन श्रद्धाजंलि अर्पित की गई तथा परमपिता परमात्मा से उनकी आत्मा की शान्ति के लिये प्रार्थना की गई।
Comments are closed.