सर्वशिक्षा अभियान समीक्षा बैठक

अजमेर। अतिरिक्त जिला कलक्टर गजेन्द्र सिंह राठौड़ ने जिला एवं ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे अपने क्षेत्र के विद्यालयों में नामांकित बच्चों में नियमित रूप से आ रहे बच्चों के शैक्षिक स्तर को बढ़ाने, ऐसे बच्चे जो स्कूल नहीं आ रहे उन्हें स्कूली शिक्षा जोडऩे और पलायन किये गये बच्चों का पता लगाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें और विद्यालयों की निरीक्षण एवं भौतिक सत्यापन व्यवस्था को मजबूत बनाएं।
राठौड़ कलक्टे्रट के सभागार में सर्वशिक्षा, नामांकन एवं संबलन अभियान तथा शिक्षा के अधिकार के क्रियान्वयन की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने 14 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे बच्चे जो शिक्षा से जुड़े नहीं हैं, उन्हें भारत साक्षर कार्यक्रम में शामिल करने, स्कूलों में बीपीएल छात्रों का पता लगाकर उन्हें छात्रवृति उपलब्ध कराने, भूमिहीन विद्यालयों की स्थिति स्पष्ट करने, आगामी 10 जनवरी से शुरू हो रहे प्रशासन गांवों के संग अभियान से पूर्व स्कूलों के सीमांकन, अतिक्रमण हटाने, सुविधाओं की उपलब्धता के बारे में कार्यवाही तथा निशक्तजन बालकों को विशेष रूप से लाभान्वित करने और शिक्षा के अधिकार के समुचित क्रियान्वयन पर स्पष्ट निर्देश दिये।
उन्होंने शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत जिले की चयनित पीसांगन पंचायत समिति को शैक्षिक सुविधाओं की दृष्टि से आदर्श में परिणित करने के निर्देश भी दिये। शिक्षा के अधिकार के क्रियान्वयन प्रभारी राजेश तिवारी ने इस संबंध में बच्चों को दिये जाने वाले लाभ संसाधन के बारे में जानकारी दी। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी सुरेशचंद शर्मा, रामचंद सामंत, सर्वशिक्षा अभियान के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक महावीर सिंह राठौड़ ने अभियान की स्थिति से अवगत कराया। इस अवसर पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ब्रह्माराम चौधरी, एस.एल. चौधरी, गोवर्धनलाल, एल.एस. पंवार, के.जी. वैष्णव व गोकुल सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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