आमिर खान के बचाव में खुलकर सामने आये धर्मेश दर्शन

धर्मेश दर्शन
धर्मेश दर्शन

यूँ तो सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर चर्चित हस्तियों का मज़ाक बनाना व उनके बारे में मनगंढ़त बातें करना इन दिनों आम होता जा रहा है। मगर कईं बार कुछ शरारती तत्व जानी-मानी हस्तियों के चरित्र पर टिप्पणी करने तक से बाज
नहीं आते। ऐसा ही कुछ वाक्या पिछले दिनों अभिनेता आमिर खान के साथ हुआ। बीते वैलेंटाइन डे के मौके पर एक सोशल मेटवर्किंग साईट पर कुछ लोगो ने आमिर खान के बारे में टिप्पणी करते हुए लिखा कि, “आमिर अपनी फिल्मों में परफेकशन के नाम पर (जान-बूझकर) बार-बार रिटेक लेकर अपनी अभिनेत्रियों का शोषण करते हैं।” यहाँ पर खासकर नब्बे के दशक कि ब्लॉकबस्टर फ़िल्म राजा
हिन्दुस्तानी में आमिर और करिश्मा कपूर पर फिल्माये गये चर्चित किसिंग सीन का हवाला देते हुए यह कहा गया कि इस सीन के लिए आमिर ने जान-बूझकर 21
रिटेक लिये थे। मगर इससे पहले कि मामला ज्यादा तूल पकड़ता तथा आमिर के चरित्र पर उँगलियाँ उठना शुरू होती, प्रसिद्ध फ़िल्म निर्देशक धर्मेश दर्शन खुलकर आमिर के बचाव में सामने आ गये। ग़ौरतलब है की निर्देशक धर्मेश दर्शन ने ही अपनी फ़िल्म राजा हिन्दुस्तानी में यह किसिंग सीन आमिर और करिश्मा पर फिल्माया था। लेखक की धर्मेश दर्शन से हुई बातचीत में उन्होंने साफ़ कर दिया की इस मनगढंत बात में रत्ती-भर भी सच्चाई नहीं है। इस फ़िल्म का निर्देशक होने के नाते उन्हें इस तरह कि बातें सुनकर दुःख महसूस हुआ तथा उन्होंने सच्चाई को सबके सामने लाने की ठान ली। श्री दर्शन ने यह साफ़ करते हुऐ मुझे बताया कि “रिटेक लेना या नहीं लेना पूरी तरह से एक निर्देशक की परिकल्पना का विषय है। और आमिर ने राजा हिन्दुस्तानी की शूटिंग के दौरान
एक बार भी रिटेक कॉल नहीं किया था। निर्देशक ही यह तय करते हैं की एक और टेक कि जरुरत है या नहीं। और इसके पीछे कईं मापदंड व कारण होते हैं जैसे अभिनेता, लाइट की उपलब्ता, कैमरा एंगल, मौसम परिवर्तन इत्यादि।” जब मैंने ने उनसे पूछा कि “क्या कभी कोई अभिनेता ऐसा कर सकता है?” तो
इसका जवाब देते हुऐ उन्होंने कहा “मेरे हिसाब से कोई भी इमान्दार अभिनेता केवल मस्ती या गलत भावना से ऐसा नहीं कर सकता और यह एक निर्देशक पर निर्भर करता है कि वो अपनी फ़िल्म के सेट पर कैसा माहौल बनाये रखे -ईमानदारी से काम करने का या फिर बेवजह खेलकूद का।”

साकेत गर्ग
साकेत गर्ग

अंत में मेरे इस सवाल “आपने कम मगर राजा हिन्दुस्तानी, लुटेरा, धड़कन, बेवफ़ा जैसी यादगार फिल्में बनाई हैं, क्या आपके प्रशंसक आपको जल्द ही निर्देशक के रूप में एक बार फ़िर देख पायेंगे?” का जवाब देते हुए श्री धर्मेश दर्शन ने कहा, “मैंने प्रयास करके कम मगर ज़्यादातर बड़ी और अच्छी फिल्में करने कि कोशिश की है। बदलते माहौल में जब तक मुझे इस बात का हौसला ना मिले की मैं अपने स्टैंडर्ड्स को कायम रख सकूंगा, तब तक मैं किसी भी फ़िल्म को अपना नाम न देने कि कोशिश करता रहूँगा। मुझे यकीन है कि मेरे प्रशंसक मुझे अपने अच्छे काम के लिए हमेशा याद रखेंगे।” आशा है कि खुद निर्देशक धर्मेश दर्शन से सच्चाई जानने के बात प्रशंसक आमिर खान के बारे में ऐसी मनगढंत बातों पर विश्वास नहीं करेंगे।

– साकेत गर्ग
(लेख़क युवा ब्लॉगर व पत्रकार हैं।
आप उनका ब्लॉग – www.gargsaket.blogspot.in
पर पढ़ सकते हैं।)

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