चैनलों पर पाकिस्तान से लाइव कार्यक्रम बंद हो

एस.पी.मित्तल
एस.पी.मित्तल

देश के अधिकांश टीवी न्यूज चैनलों पर अक्सर जो लाइव बहस होती है, उसमें कई बार पाकिस्तानी न्यूज चैनलों को भी शामिल किया जाता है। दर्शकों ने देखा होगा कि जब भारत के स्टूडियों में बैठकर विशेषज्ञ कोई बात कहते हैं तो पाकिस्तान के स्टूडियों में बैठे सेना के पूर्व अधिकारी अथवा राजनेता तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं। एक तरह से पाकिस्तान के प्रतिनिधियों का कृत्य देशद्रोह के जैसा होता है। जब यह पता है कि पाकिस्तान के प्रतिनिधि हमेशा भारत के खिलाफ जहर उगलेंगे तब लाइव बहस क्यों प्रसारित की जाती है। पिछले दिनों एक न्यूज चैनल पर धर्मांतरण पर बहस हो रही थी, तब पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने कहा कि जिस प्रकार पाकिस्तान में अलकायदा और तालिबान जैसे आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं, उसी प्रकार भारत में भी विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल जैसे संगठन कार्य कर रहे हैं। भारत में कोई संगठन कैसे काम कर रहा है यह देखने का कार्य सरकार का है। लेकिन पाकिस्तान के प्रतिनिधि बजरंग दल और विहिप की तुलना अलकायदा और तालिबान से करे, यह किसी भी स्थिति में भारत के अनुरूप नहीं है। समझ में नहीं आता है कि भारत के न्यूज चैनल वाले पाकिस्तान के प्रतिनिधियों को भारत विरोधी बात कहने का अवसर क्यों देते हैं। कई बार जब सीमा पर भारतीय सेना के जवानों को शहीद किया जाता है, तब भी पाकिस्तान के प्रतिनिधि लाइव बहस में बड़ी बेशर्मी से भारत के खिलाफ जहर उगलते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चाहिए कि ऐसे लाइव प्रसारण को तत्काल से बंद कराए। पहले ही न्यूज चैनलों के लिए देश में फिलहाल कोई कानून नहीं बना हो, लेकिन जो चैनल दुश्मन देश के प्रतिनिधियों को जहर उगलने का अवसर देते हैं उनके खिलाफ कार्यवाही की जा सकती है। भारत के न्यूज चैनल पाकिस्तान के न्यूज चैनलों के साथ किस प्रकार के संबंध कायम करते हैं, यह भी जांच का विषय है। जब कानून में भारत की एकता और अखंडता को चुनौती देने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने का प्रावधान है तो फिर पाकिस्तान के प्रतिनिधियों का लाइव प्रसारण क्यों नहीं रोका जा सकता?
(एस.पी.मित्तल)(spmittal.blogspot.in)

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