मोदी जी के १० लाख के सूट ने सबको अच्छे दिनों का अहसास कराया । सूट पहन कर ओबामा से चाय पर चर्चा। सूट पर अलग अलग राजनैतिक दलों के नेताओं द्वारा कसे गए तानों की चर्चा। कीमत को लेकर चर्चा। कीमत के कयास लगे सात लाख से दस लाख। कहाँ से आया, किसने सिला, क्या लिखा है, कहाँ नाम लिखा है ? क्यों इतना महँगा? संसार में और किस नेता ने ऐसा नाम लिखा कपड़ा पहना? कई तरह की भिन्न भिन्न प्रतिक्रियाएं और विचार मंथन। पूरा मीडिया और पूरा इंडिया मानो इस “चर्चा रुपी स्वाइन फ्लू” से ग्रस्त हो गया।
मोदी जी ने भी अब सबको दी टेमीफ्लू रुपी गोली, लगवाकर उसी सूट की बोली।
कोई कहता है अन लकी है, तो कोई इसे पाने को ही सोभाग्य मानता है।
सूट की अकेले की बोली सवा करोड़ से ऊपर पहूँच चुकी है। 2~4 करोड़ तक जाए शायद। अन्य 455 गिफ्टों से धन आएगा सो अलग। सारा पैसा चेरिटी के रूप में गंगा की सफाई हेतु दान दे दिया जाएगा। याने गंगा मैय्या के तो अच्छे दिन आना पक्का ही है।
अन्य नेता भी अब तक ऐसा करते या आज से भी इस से सबक लेकर अनुसरण करें तो उम्मीद ही नहीं पक्की गारंटी है की सबके अच्छे दिन आएंगे !!!!
डॉ. अशोक मित्तल
