अनीता कपूर की रचना का देवी नागरानी द्वारा सिंधी अनुवाद

मूल: अनीता कपूर
anita kapoor 1आँखों की सड़क
मेरी आँखों की सड़क पर
जब तुम चलकर आते थे
कोलतार मखमली गलीचा बन जाता था
मेरी आँखों की सड़क से जब
तुम्हें वापस जाते देखती थी
वही सड़क रेगिस्तान बन जाती थी
तुम फिर जब-जब वापस नहीं आते थे
रगिस्तान की रेत आँख की किरकिरी बन जाती थी
आँखों ने सपनों से रिश्ता तोड़ लिया था
फिर मुझे नींद नहीं आती थी
संपर्क: 4356 क्वीन एने ड्राइव , यूनियन सिटि, कैलिफोर्निया-94587, फोन-510-894-9570

सिन्धी अनुवाद: देवी नागरानी
Devi nangraniआँखों की सड़क
मुहिंजी अखियुन जी वाट ते
जडहिं तूँ हल्यो ईन्दो हुयें
डामर मखमली गालीचो थी पवंदों हुयो
मुहिंजी अखियुन जी वाट ते
जडहिं तोखे वापस वेंदो डिसंदी हुयस
उहाई वाट रेगिस्तान बणजी पवंदी हुई
तूँ वरी जडहिं -जडहिं वापस न मोटन्दो हुयें
रेगिस्तान जी वारी अखयुन में किरकिरी थी पवंदी हुई
अखियुन सपनन सां नातो टोड़े छडियो हो
पोइ मुखे निंड न ईन्दी हुई।
पता: ९-डी॰ कॉर्नर व्यू सोसाइटी, १५/ ३३ रोड, बांद्रा , मुंबई ४०००५० फ़ोन: 9987938358

error: Content is protected !!