बेटी का आगमन परिवार में क्या परिवर्तन लाता है ?
जीवन के प्रति सोचने का नजरिया ही बदल जाता है
इन्हीं भावों की मनमोहक अभिव्यक्ति यहाँ प्रस्तुत की गई है …….
मीठी मंद मधुर स्वर लहरी
निर्मल नीर सी वह बदली
स्वप्न शोभना सी प्यारी
जिस पर मैं दिलहारी ।।
ममत्व अपनत्व का वह अक्स
जीवन सरोबारित हो वह वो रस
जीवन में उदित हुई नव आस
छटा प्यार की ले आई मधुमास ।।
विहंग सी स्वच्छन्द वो मदमस्ती
जब वो खिलखिलाकर हँसती
भव पार की वो कश्ती
विलग उसके बीहड़ मेरी बस्ती।।
वो पुहुप मेरे जीवन का
वो अबीर मेरे जीवन का
जीवन वीणा की वो झन्कार
आगमन पूर्व मेरा जीवन था मंझधार ।।
पद रूनझुन-रूनझुन नुपुर ध्वनि
कोमल गात मधुर रूप हरणी
तुतलाई आवाज और वो दुलार
अमूल्य हैं उसका प्यार ।।
-उर्मिला फुलवारिया
पाली-मारवाड़ (राजस्थान )