स्मार्ट सिटी ऐसा होता है क्या?

अजमेर।ऐसा होता है क्या स्मार्ट सिटी? अजमेर की शान कही जाने वाली आनासागर झील पर बनाई गई चौपाटी और उसके पास सड़क पर भर आये पानी का दरिया पिछले 3 घंटे से यातायात को जाम किए हुए हैं। बरसात समाप्त खत्म होने के 3 घंटे बाद भी यहां से निकलना दूभर हो गया है । सैकड़ों वाहन फंस गए,हजारों स्कूली बच्चे अटक गए और बाईपास के चक्कर में आसपास के छोटे रास्ते भी जाम। हैं।अजमेर में आज 3 घंटे की बरसात ने पूरे शहर को अस्त-व्यस्त कर दिया। यह है स्मार्ट सिटी बनने वाला शहर है। जहां 2 साल पहले बनाई गई चौपाटी से पानी की निकासी का भी इंतजाम नहीं किया गया ।ना ही ये सोचा गया कि वाहनों की भीड़ को किस तरह डायवर्ट किया जाएगा । जबकि इस तरफ शहर के सभी पाश और रईस इलाके हैं। आप सोचिए निचली बस्तियों और मध्यमवर्गीय कॉलोनियों की क्या दुर्दशा हुई होगी?
पूरे शहर में कहीं भी जलजमाव की निकासी का कोई इंतजाम नहीं है । बरसात होते समँ इतनी परेशानी नहीं होती , उसके थमने के बाद लोगों को ज्यादा मुसीबत झेलनी पड़ती है । महावीर सर्किल,दरगाह बाजार, नला बाजार, मदार गेट, स्टेशन रोड ,मेडिकल कॉलेज सर्किल ,सूचना केंद्र चौराहा ,ब्यावर रोड ,नगरा ,भजन गंज ,अलवर गेट ,रामगंज ,चंद्र बरदाई ,कोटड़ा फायसागर रोड ,पुष्कर रोड कोई सा भी नाम सोच लीजिए, आज पानी -पानी नजर आ रहा था । क्योंकि कहीं भी पानी भरने के बाद उसके निकलने का इंतजाम नहीं था । इससे बड़ी विडंबना और क्या होगी कि जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय तक में पानी घुस जाने के कारण चिकित्सा व्यवस्था ठप हो गई ।
स्मार्ट सिटी बनाने के नाम पर अरबों रुपए खर्च किए जा रहे हैं । क्या ही अच्छा हो इससे पहले शहर से पानी की निकासी को सुगम बनाने की व्यवस्था की जाए। ताकि अजमेर पहले शहर तो बन सके स्मार्ट तो इसे बाद में बनाते रहेंगे।

ओम माथुर/9351415379

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