*तारीखें*

नटवर विद्यार्थी
रोज़ आती है
रोज़ जाती है
तारीखें
कितने रंग दिखाती है !
जन्म – मरण
व्रत – त्योहार
घटना – दुर्घटना
दिन – वार
सबकी याद दिलाती है
तारीखें
कितने रंग दिखाती है ।
मिलन – बिछोह
हँसना – रोना
उठना – गिरना
पाना – खोना
नित नए पाठ पढ़ाती है
तारीखें
कितने रंग दिखाती है !
यश – अपयश
हानि – लाभ
सुख – दुःख
यथार्थ – ख़्वाब
सभी में घुल- मिल जाती है
तारीखें
कितने रंग दिखाती है !
पूरब – पश्चिम
उत्तर – दक्षिण
आकाश – पाताल
हर पल , हर दिन
आदमी को दौड़ाती है
तारीखें
कितने रंग दिखाती है !

– नटवर पारीक

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