मगर भारतीय नहीं समझ रहे

#शर्म इनको मगर नहीं आती

अभी tv पर खबर देख रहा था।
दिमाग की बत्ती गुल हो गई कि जनता कर्फ्यू के मोदी के आह्वान को भी लोगों ने जश्न में बदल दिया।
#इंदौर में थाली-ताली व शंख बजाने के लिए रैली निकाल डाली और सैकड़ों कारें जीपें दोपहिया वाहन लिए लोग go corona के नारे के साथ सड़कों पर आ गए। #पंजाब में ढोल ताशे लेकर थाली ताली बजाई और सैकड़ों लोगों ने नाच नाच कर मोदी के जनता कर्फ्यू को एक उत्सव बना डाला। #मोदी ने स्वयं ने माथा पीट लिया कि भाई मैंने कहा था के स्वयं को घरों में कैद रखो, सिर्फ छत या बालकनी से थाली शंख बजाओ, साले गधे इंडियन सड़कों पर नाचने उतर आए जैसे कोरोना अंग्रजों की तरह भारत छोड़ गया, गोया के देश को नई आजादी मिली हो।
#बेशर्मी की हदें मुरादाबाद में NrC व CAA के विरोधियों ने पार कर दीं, जब एक मजलिश का आयोजन करके नारे लगाए। एक हज़ार से ज्यादा लोग एक ही तंबू के नीचे एक एक सेंटीमीटर में आपस मे चिपके खड़े nrc व caa का विरोध दर्ज करा रहे। ना मास्क न कोई अन्य सुरक्षा। ऊपर से जाहिलपन ये कि वहां भाषण देता उनका लीडर कह रहा था कि जब मोदी की दाल नही गली कि हमारा आंदोलन खत्म कर सके, तो जनता कर्फ्यू की आड़ में हमें हटाना चाहता है। उनके मुताबिक करोना वरोना कुछ नही है, आजादी की लड़ाई के समय भी कई बीमारियां आई थीं, तब तो देश मे कोई जनता कर्फ्यू नहीं लगा, तो अब हमारे आंदोलन को कुचलने के लिए क्यों ऐसा किया जा रहा। ये जाहिलपन भी तब है, #जबकि पाकिस्तान के एक मौलाना ने अपनी पगड़ी अल्लाह के लिए उतार कर रख दी और रो रो कर दुहाई दी कि अल्लाह यदि हमसे गुनाह हुए हैं तो हम इंसानों को माफ कर, हमें अमन चैन अता फरमा, इस करोना को वापस लेले। उन मौलाना तक ने जो दुश्मन देश कहे जाने वाले पाकिस्तान के हैं, उन्होंने ही पूरे विश्व, एशिया, अमरीका अफ्रीका का नाम ले लेकर सबको कोरोना से बचाने की दुआएं रो रो कर मांगी।
समझ से परे है कि हमारे मुल्क वाले कब समझेंगे।
#उधर दिल्ली वालों को देखो। मानो पढ़े लिखे गंवार। दिल्ली प्रशासन ने सड़क मार्ग की अन्य राज्यों से जुड़ी सीमाओं को लॉक-ब्लॉक कर दिया, तो दिल्ली वाले अपनी कारें लेकर उन सरहदों के नजारे करने पहुंच गए कि सीमा सील करने के बाद कैसा नज़ारा होगा। गोया के सरहदी इलाके ना हुए, कोई समन्दर के किनारे हो गए कि आओ भैया जरा भेलपूरी खा आएं। अब उन जाहिल अक्ल के दुश्मनों को कौन समझाए कि महामारी रोकने के लिए लॉक डाउन किया जा रहा है, देश मे कोई ओलंपिक का आयोजन नही है।
ऐसे में सरकार के सामने कर्फ्यू लगाने के सिवा कोई चारा नही है। छूट का लोग नाजायज फायदा उठा रहे हैं, तो सख्ती जरूरी हो गई है।
–#अमित #टंडन, #अजमेर

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