राजस्थान पुलिस को टोपी(कैप) से मुक्त रखे जाने

सेवा में,
श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय,
राजस्थान सरकार,जयपुर
विषय-राजस्थान पुलिस को टोपी(कैप) से मुक्त रखे जाने बाबत…
मार्फ़त-जिला कलेक्टर महोदय अजमेर।
महोदय जी,
निवेदन इस प्रकार है कि कोरोना संक्रमण के चलते राज्य में लॉक डाउन है।जिससे पुलिस का काम पहले के मुकाबले बहुत ज्यादा बढ़ गया है।लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए पुलिस को सबको रोकना पड़ता है। वर्तमान हालातों में हर वर्ग ये मान चुका है कि सोसायटी के हीरो पुलिस कर्मचारी ही हैं फिर वो चाहे कॉन्स्टेबल हो,चाहे हेड कॉन्स्टेबल और चाहे अधिकारी।क्योंकि सबसे ज्यादा रिस्क ये वर्ग ही उठा रहा है।डॉक्टर्स का सम्मान अपनी जगह है।वो भगवान है।यहां उनसे तुलना नहीं हो रही लेकिन उसके बाद एक नम्बर का रोल प्ले यदि कोई कर रहा है तो वो पुलिस है।हम सब जानते हैं कि लोक डाउन का पालन पुलिस ही करवा पा रही है।वाहनों की रोकथाम पुलिस ही कर रही है।सेनेटाइजर और मास्क भी पुलिस बांट रही है।भामाशाहों को मोटिवेट भी पुलिस कर रही है।क्वारन्टीन हो चाहे शेल्टर होम हर जगह पुलिस ही भाग रही है।पुलिस के लिए ना तो कोई कार्ययोजना लागू की गई है।ना सरकार द्वारा प्रोत्साहन स्वरूप कुछ किया जा रहा है।पुलिस खामोशी से इस रिस्क के माहौल में काम कर रही है।इस रिस्क के मामले में सबसे ज्यादा रिस्क टोपी(कैप) पहनने में है।जिसे तुरंत पहनना आवश्यक नहीं का आदेश निकालकर कार्यवाही किया जाना उपरोक्त कारणों की वजह से जरूरी समझता हूं।इसलिए आपसे निवेदन कर रहा हूं।
*पुलिस कर्मचारी ड्यूटी के बाद अपनी वर्दी को साबुन से धोकर व वर्दी के मेटल बेज पर सेनेटाईजर छिड़ककर उन्हें विसंक्रमित कर रहे हैं लेकिन पुलिस कर्मियों द्वारा धारण की जाने वाली कैप नॉनवाशेबल है व पुलिस कर्मी बार बार अपनी कैप हाथ लगाकर ठीक करते हैं जिससे कैप बार बार हाथों के सम्पर्क में आती है व हर पुलिस थाने में सेनेटाइज की व्यवस्था नहीं है व सिर जहां कैप धारण की जाती है वहां से मुंह,नाक,आंख की दूरी भी ज्यादा नहीं है ऐसे में कहीं वर्दी की कैप पुलिस में संक्रमण ना फैला दे।मेरे दिमाग में ये तथ्य सामने आया* इसलिए निवेदन कर रहा हूं। *क्या वर्तमान परिस्थितियों में पुलिस को टोपी से मुक्ति नहीं दी जा सकती ?*

*निवेदक-डॉ. मनोज आहूजा,एडवोकेट एवं पत्रकार,पुलिस मित्र*
9413300227

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