खुशहाल जिन्दगी का रहस्य हंसना मुस्कराना हंसे और हंसाये part 6

हास्य योग अर्थात् मुस्कराना –

dr. j k garg
खुलकर हँसने एवं मुस्कराने में छिपा है जीवन की समस्याओं का समाधान– अधिक हँसने वाले बच्चे फुर्तिले एवं अपेक्षाकृत अधिक शक्तिशाली होते हैं। 10 मिनट हँसने मात्र से इतनी ऊर्जा मिलती है, जो साधारणतया लगभग एक किलोमीटर प्रातः स्वच्छ वातावरण में भ्रमण करने से प्राप्त होती है। अमेरिका के प्रख्यात कार्डियोलिजिस्ट डा. विलियम फ्रार्ड के अनुसार एक मिनट का हँसना लगभग 40 मिनट आराम के बराबर होता है। मेक अस लाफ (Make us Laugh) में उन्होंने लिखा हँसने से दर्द से छुटकारा मिलता है। रक्त-चाप सुधरता है। रक्त नलिकाएं साफ होती है एवं रक्त संचार सुधरता है। हास्य से जो हारमोन्स बनते हैं वे गठियां, एलर्जी एवं वात रोगों से मुक्ति दिलाते हैं, दर्द दूर करते हैं। मात्र 10 से 15 मिनट मुस्कराने से रक्तचाप चाहे बढ़ा हो अथवा कम हो, सामान्य हो जाता है। मधुमेह के रोगी को दवा लेने की आवश्यकता नहीं रहती। शरीर के अधिकांश चेतना केन्द्र जागृत होने लगते हैं। हंसने-मुस्कराने से श्वसन आदि रोगों में भी विशेष लाभ होता है। हँसी से शरीर में वेग के साथ आक्सीजन का अधिक संचार होने से मांसपेशियाँ सशक्त होती है। जमें हुए विजातीय अनुपयोगी, अनावश्यक तत्त्व अपना स्थान छोड़ने लगते हैं, जिससे विशेष रूप से फेंफड़े और हृदय की कार्य क्षमता बढ़ती है। अवरोध समाप्त होने से रक्त का प्रवाह संतुलित होने लगता है। हँसी से शरीर में ताजगी आती है। अच्छी स्वाभाविक निद्रा आती है। बुखार दूर हो जाता है। दर्द और पीड़ा में राहत मिलती है। डा.जे.के. गर्ग

सन्दर्भ—–डॉ टी एस दराल, चंचल मल चोर्डिया, मेरी डायरी के पन्ने, विभिन पत्र पत्रिकाएँ

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