धन्यवाद दें उन मित्रों-स्वजनों को जिसने आपको सीख दी की मुश्किल से मुश्किल परिस्थती में भी मुस्कराते रहें क्योंकि इसी सलाह पर अमल करने से आप सफल एवं लोकप्रिय बने थे।
धन्यवाद दें उन मित्रों-स्वजनों को जिहोनें आपको समझाया था कि आपके दूवारा की गई गलतियों के बाद उन गलतियों से सबक लेकर इन गलतियों को दोराये नहीं किन्तु दुगने जोश के साथ अपने लक्ष्यों के प्राप्ति के लिये एक नई शुरुआत करें ।
डा.जे.के.गर्ग,
सन्दर्भ—मेरी डायरी के पन्ने,संतों के प्रवर्चन |