घर की रौनक तो बेटियों से ही होती है

कहते हैं जिस घर बेटियां जन्म लेती हैं वहां भाग्य और सौभाग्य दोनों एक साथ जन्म लेता है। जी हां, बिलकुल सही है ये की बेटियां बाबुल की परिया होती हैं तो अपनी मां की बेस्ट फ्रेंड भी होती हैं। बेटियों के लिए यह कहावत भी मशहूर है कि घर की रौनक तो उनसे ही होती है जब गर्भवती महिलाये अपने पति से पूछती हैं कि उन्हें संतान के रूप में क्या चाहिए तो वे बेटी की ही इच्छा ज़ाहिर करते हैं। दरअसल, बेटियां एक साथ बहुत सी जिम्मेदारियां संभालने में सक्षम होती हैं। वे लड़कों से अधिक भावुक भी होती हैं। वाकई एक मा और पिता के लिए सबसे बड़ा दिन वही होता है, जब वह एक बेटी को जन्म देती है। पिछले कई सालों से विश्व भर में अलग-अलग दिन को डॉटर्स डे के रूप में मनाया जाता है। जिन्हें नहीं पता है कि इस साल बेटी दिवस कब है ? तो उन्हें बता दें कि साल 2020 में यह दिन 22 सितंबर को मनाया जा रहा है।
भारत में हर साल डॉटर्स डे यानि कि बेटी दिवस सितंबर महीने के आखिरी रविवार को मनाया जाता है। इसे मनाये जाने के पीछे सबसे खास वजह यह है कि बेटियों को समानता और बराबरी का हक मिले,ताकि वो भी समाज में अपने मान सम्मान से जी सके इसिलए इसे रविवार को मानते ही क्योंकि इस दिन छुट्टी होती है और सभी मां-बाप आसानी से अपनी बेटी के साथ यह दिन सेलिब्रेट कर सकते हैं। यह दिन अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन में भी काफी धूमधाम से मनाया जाता है।
एक बेटी जितनी अपनी मां से करीब होती है, उतनी ककिस के भी नहीं पर उतनी ही वो अपने पिता की दुलारी भी बहुत होती है।और पिता भी अपनी बेटी की हर बात बिना कहे ही समझ जाता है ये और इसी कारण तो बेटी को विदा करते हुए, मजबूत से मजबूत पिता भी रो पड़ता हैं तो आइये, हम आज इसी अवसर पर सभी बेटियों को सम्मान करते है और ये सौंगंध लेते है की हर बेटी का सम्मान करेंगे

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