dr. j k gargआइये हम जाने हमारे जीवन को सार्थक और सुखी बनाने का रहस्य पार्ट 2 रोज़ हजारों-लाखों लोग मरते हैं और उसे सभी देखते भी हैं, फिर भी सभी को अनंत-काल तक जीते रहने की इच्छा होती है. | इन्सान इसको जानते हुए भी म्रत्यु के परम इस सत्य को नकारता है यही इस जगत में सबसे बड़ा आश्चर्य है इससे बड़ा आश्चर्य और क्या हो सकता है |.लोभ और लोभी प्रवर्ती को छोड़ना ही मनुष्य धनी, स्वस्थ एवं सुखी बनाता है | आदमी को सुखी बनाने का सर्वोत्तउपाय उसका परहितं स्वभाव एवँ दूसरों की तकलीफ दूर करने का सेवा भाव है | दूसरों को तकलीफ और धोखा देना सबसे बढा पाप है | आदमी दूसरों से उसकी इज़्ज़त एवँ उसकी हाय. कभी भी नहीं लेनी चाहिए | साधारणतया किसी वस्तु के खो जाने पर आदमी को दुःख होता है किन्तु क्रोध का जीवन से चले जाने पर दुख नहीं होता है |दया, करुणा परस्पर निश्चल प्यार ही सच्चा धर्म है इससे बढ़कर धर्सं संसार में नहीं है | मज़बूरी.ही आदमी को.गलत और गैरकानूनी काम करवा देती है |