स्वीकारो जन-जन का सलाम ।
हे भारत-माता के सपूत ,
विज्ञान जगत के अग्रदूत ।
हे महामहिम इस भारत के ,
बनकर आए तुम देवदूत ।
यह देश रखेगा याद सदा ,
जो किए आपने यहाँ काम ।
मेरे क़लाम , सबके क़लाम ,
स्वीकारो जन-जन का सलाम ।
जब तक थे भीतर प्राण शेष ,
थी चाह यही यह बढ़े देश ।
थे सरल, सौम्य, निर्भीक, अटल ,
लाखों में दिखते थे विशेष ।
हर भारतवासी के दिल में ,
चिरकाल रहेगा अमर नाम ।
मेरे क़लाम , सबके क़लाम ,
स्वीकारो जन-जन का सलाम ।
( पूर्व राष्ट्रपति भारतरत्न डॉ. ए. पी.जे.अब्दुल कलाम साहब को शत-शत नमन )
– *नटवर पारीक,डीडवाना*