नवीन वर्ष 2024 में 366 दिन मुस्कुराते हंसते हुए जीवन जीने का संकल्प ले

dr. j k garg
संतों का कथन बिलकुल सही है ज्यों ज्यों सफलता हमारी सोच पर हावी होती जायेगी त्यों त्यों हमारे पुरुषार्थ में स्वत: प्रखरता आती जायेगी | नव वर्ष में सफलता और आनन्द की सीढीयाँ आप को बुला रही है , एक बार हिम्मत करके आप उन पर चढना शुरू कीजिये तो आज नहीं तो कल या परसों आप आसमान को जरुर छू लेगें | याद रखें चट्टान कितनी मजबूत हो लोहा उसको तोड़ ही देगा | लोहा मजबूत होता है किन्तु आग उसको उसको पिघला ही देती है , वहीं आदमी के संकल्प मे अकल्पनीय ताकत होती भले ही आपकी क्षमता बूंद जैसी हो पर याद रखों बूंद बूंद से ही बिजली पैदा करने वाला बाँध बनता है |
अपने मन में यह संकल्प लें की आप कुछ तो है जिसके बलबूते पर आप भी सब कुछ तो कर सकते हो हो |नवीन वर्ष के अंदर समय की पाबंदी , कार्य योजना को पुरी ताकत काम मे लें | याद कीजीये की मेहंदी का रंग कुछ दिनों में फीका पद जाता और खत्म भी हो जता है किन्तु आपकी मेहनत कभी बेकार नहीं जाती है उसका सुखद नतीज मिल क्र रहेगा | निसंदेह जीवित रहने के लिए भोजन जरूरी है | पानी भोजन से ज्यादा जरूरी है पाने से ज्यादा वायु जरूरी है वायु से ज्यादा आयु जरूरी है और सबसे ज्यादा आत्मविश्वास जरूरी है | हम को उन से सीखना होगा जो एक दिन जीरो थे किन्तु अपने मजबूत संकल्प इच्छा शक्ति सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास के चलते आज दुनिया के हीरो बन गये है | नये साल में सफल होंने के लिए उत्साह और उमंग से जीवन जीने का संकल्प लें | अपने मन में मायूस नहीं होने दें |
याद रखें की आदमी की किस्मत को आपकी अच्छी आदत सुधरती है वहीं दुसरी तरफ बुरी आदत किस्मत को डूबा देती है इसीलिए सफलता और सुखद नतीजे पाने के लिए अच्छे बीज बोयें |जीवन को सुखी बनाने के लिए चिंता मत पालिए परमात्मा हमारे पिता हैं उन पर भरोसा रखें |प्रभु सबको सुभ भूखा उठाता हैं पर वो रात को किसी को भूखा नहीं सुलता है | ध्यान में रखें अगर आपके हाथ आसमान तक नहीं पहुच रहे हों तो माँ बाप के चरण पकड़ उनकी देख भाल करें याद रखें गणेश जी ने माता पीता के श्री चरणों की सात परिक्रमा कर के ही प्रथम पूज्यनीय देवता बनने का सोभाग्य प्राप्त किया था |
देश के अंदर अभी तक तो कोरोना वायरस के खतरे की सम्भावना नहीं है कितु चीन आदि मुल्को में यह पाँव पसार रहा है इसलिए हमें भी सावधानी बरतनी होगी | सभी को वेक्सीन की बूस्टर डोज लगवानी होगी | बाजार और भीड़ वाली जगह पर मास्क लगाना होगा साफ़ सफाई का ध्यान रखना होगा क्यों की सावधानी हमेशा दुर्घटना से रक्षा करती है | जरूरत होने प[र डाक्टर की सलाह लेनी होगी |
निराशा को कभी भी अपनी सोच के नजदीक नहीं आने दे | अपने जीवन मै नकारात्मक सोच को छोड़ करके सकारात्मकता को अपनी सोच का अभिन्न अंग बनायें निराशा की भावना को सदा के लिये तिलांजली दें याद रखें की निराश कभी भी मत होईये, आत्मविश्वास बढायें |बले ही 99 दरवाजे बंद नहीं हो जाये फिर भी एक दरवाजा कहीं न कहीं जरुर खुला होगा || छोटी से छोटी बातों में भी अच्छाई और खुशी को ढूढें | अन्धकार मे भी आशा का दीप जलाए रखे | याद रक्खे कि जीवन में खुशी प्राप्त करने के लिये दूसरों को भी यथाशक्ति खुश रखने का प्रयास करना जरूरी है मित्रों सहकर्मियों के अच्छे काम की प्रशंसा करे | अपने आप से वादा करें कि नये साल मे हर परिस्तिथी में में सदेव शांत और रिलैक्स्ड रहूंगा | रिलेक्स रहने के लिये गहरी और लम्बी स्वास ले ओर छोड़े | .अपने मन के अंदर इस बात को धारण कर लें कि ख़ुशी मेरा जन्मसिद्ध मोलिक अधिकार है | चाये कुछ भी हो जाए मै दिन भर खुश रहुगां | जब कभी कोई अनहोनी घटना घट भी जाये तब भी अपने आप को सकारात्मक सोच पर केन्द्रित करते हुयें अपने आप को समझाये कि मेरे साथ इससे भी बुरा हो सकता था ,प्रभुजी और गुरु को धन्यवाद दें |
| खुशी आदमी के भीतर ही होती है तथा रिलेक्स मन ही प्रगति और खुशहाली का प्रवेशद्वार है| वास्तव में सभी इन्सान और अन्य प्राणी अविनाशी पवित्र और शांती प्रिय आत्मायें हैं और परमपिता परमात्मा की संतान है जिसका कोई रंग नहीं ना ही कोई धर्म और ना ही कोई लिंग है धर्म का चेहरा तो उनको समाज ने दिया है| याद रक्खें कोई धर्म आपस में घृणा और वैर करना नहीं सिखाता है | गांधी जी के भजन को याद रखें रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम ईश्वर और एक ही नाम सबको सन्मति दें भगवान | नफरत ईर्ष्या को छोड़े मोहब्बत की दूकान खोलेंखोलें प्यार दियें जाए खुशीयाँ बातें | आपस में वैमनस्य फैलाने का काम तो तथाकथित धर्म के स्वार्थी ठेकेदार ही करते हैं| सद्दभाव के लिये हर इंसान को बापूजी के भजन ईश्वर अल्लाह एक ही नाम, सबको सन्मति दे भगवान” का सच्चे दिल से पालन करना चाहिए | सुखी जीवन के लिए सभी को स्नेह, प्रेम और प्यार दें |
किताब पढना एवं उनका सतत अध्ययन करना सभी के लिए जीवन की सभी अवस्थाओं में सबसे अच्छा और सबसे सस्ता ज्ञानवर्धक साधन है | सुखमय जीवन जीने के लिये अपना लक्ष्य निर्धारित करें, उद्देश्यहीन जीवन नहीं जिए | ईर्ष्यालु नहीं बने,दूसरों की सफलता पर खुश हों, उन्हें बधाई दें | अपने ईगो को छोड़े, मै मै मैं की रट नही लगायें, आपका ईगो आपको नकारा बनाके आपको हिन् भावना से ग्रस्त कर देगा | अपने ईगो के बजाय अपने मन से कहें कि में मुझें सोपें गये सारे काम सफलतापूर्वक कर सकता हूँ |आराम तलब जिन्दगी जीने के बजाय कर्मशील बने, निष्काम भाव से तलीनता के साथ कर्म करें |अपनी गलतियों को मानने में चूक नहीं करें क्योंकी आदमी को अपनी गलतीयों से जीवन का बड़ा सबक सीखने को मिलता है | याद रखे असफलता ही सफलता की पहली सीढ़ी है | दुसरों की गलतियों के लिये उन्हें माफ़ करें,फॉरगिव एन्ड फॉरगेट की निती को अपनायें | जीवन में घटित अवांचित दुर्भाग्यपूर्ण कष्ट पूर्ण घटनाओं को याद नहीं रक्खें उन्हें भूल जाएँ वरन विगत वर्षों की सुखद स्म्रतियों को याद कर मुस्करायें | याद रक्खें कि भावात्मक होकर उत्तेजना में लिये गये निर्णय अधिकतर असफल ही होते है | चिंतन कर सोच विचार करके शांत मन से विवेक पूर्ण निर्णय लें |किसी से कोई अपेक्षा नहीं रक्खें और किसी की भी उपेक्षा भी नहीं करें |
“ चिन्ता चिता से भी बुरी होती है,चिंता आपके जीवन के हर क्षण को दुखमय बना देगी, और सफलता के सारे दरवाजे भी बंद कर देगी वहीं चिंता आपके व्यकित्त्व को भी हानि पहुंचेगी, आप अपना आत्मविश्वास पूरी तरह से खो देंगे, आप बीमारियों को निमंत्रण देगें और अस्वस्थ हो जायेगे | इसलिए चिंता करने के बजाय आत्मचिंतन करें | आध्यात्मिक इन्सान बने | निरंतर मेडीटेसन का अभ्यास करें | मूर्खों से वाद विवाद और तर्क वितर्क करने से बचे | अपने आत्मसम्मान से कोई समझौता नहीं करें किन्तु आत्म अभिमानी भी नहीं बनें | स्वाभिमान के साथ जीये| अपने निकटतम परिचीतों एवं स्वजनों की भावनाओं,आवश्यकताओं का ध्यान रखें,उनकी अनदेखी नहीं करें | डर और शक के साये में नहीं जीये क्योंकि हकीम लुकमान के पासभी शक शंका का कोई इलाज नहीं है | निर्विवाद रूप से डर और शक आदमी की प्रगति और उन्नति में सबसे बड़ी बाधा है | याद रखें द्रोपदी के दुर्योधन पर कसे तंज और व्यंग ने ही महाभारत के युद्ध को जन्म दिया था इसीलिए कभी भी कटु शब्दों का प्रयोग कभी नहीं करें | किसी पर कभी भी तंज नहीं कसें | हमेशा मीठी वाणी बोले | अच्छा बोले अच्छा सुने और अच्छे वाणी बोले | दूसरों के कार्यों की आलोचना करने की जगह उनके अच्छे कामों की प्रशंसा उनके सामने और उनकी पीठ पीछे करें | जो जैसा है उसे उसी रूप में स्वीकार करें | दूसरों के विचारों का भी सम्मान करें, उन्हें आदर दें | सभी को बिना शर्त स्नेह और प्यार देंसफलता एवं खुशाली
याद रखें पहचान से अगर काम मिला तो दो दिन काम आयेगा किन्तु काम से पहचान मिल गई तो जिन्दगी भर काम आयेगी इसीलिय विल नहीं गूद्विल
छोड़ कर जाईए | ध्यान रखें एक मिनिट में जिन्दगी नहीं बदलती किन्तु एक मिनिट में सोच कर लिया गया फेसला पुरी जिन्दगी को बदल देता है | जेन मुनी संत ललित प्रभ जी नं सही ही फरमाया है नये साल में व्यापार की तरह देनिक जीवन में भी जीएसटी को लागू करना चाहिए | यहा जी का मतलब है गुडथिंकिंग | एस का अर्थ है सिम्पल लिविंग और टी का मतलब टेंशन फ्री लाईफ | गांधी जी के सादा जेवन और उच्च विचार को अपना मूल मन्त्र बनाएं और खुश स्वस्थ रहें |

डा जे. के. गर्ग
पूर्व संयुक्त निदेशक कालेज शिक्षा जयपुर

error: Content is protected !!