पवन कुमावत के सानिध्य में शहर को चित्रपट पर जल रंग से उकेरते हुये कलाकार

पिछले कुछ दिनो से किशनगढ़ के कुछ सीनियर व नव कलाकार शहरो के दृश्य चित्रतल बना रहे है, जो कि गली मोहले के लोगो के आकर्षण का केंद्र है। किशनगढ़ शहर के दिवान जी की हवेली, तांगा चौक, आसन टेकरी व खिडक़ी चौक आदि चित्रण के विषय रहे है। जलरंग की सतरंगी आभाओ को वातावरणीय प्रभाव लाने का प्रयास कलाकार द्वारा किया जा रहा है। पवन कुमावत जल रंग की बारीकियो से कलाकारो अवगत करा रहे है। प्रातः काल सूर्योदय से कलाकार कार्य प्रारंभ करते। किशनगढ़ में पवन कुमावत के सानिध्य में पहली बार ऐसा कलाकार्य देखने को मिला है। पवन कुमावत का कहना है कि कला की नगरी किशनगढ़ में कलाकार के साधन व विशेष स्थान का अभाव हमेशा खलता है। परन्तु आशा है कि प्रशासन इस ओर कलाकर व कला नगरी के लिए कुछ नए आयाम स्थापित करेगे। कलाकार्य में कार्यरत्त कुछ विशेष कलाकार- पवन कुमावत (प्रधानाचार्य, किशनगढ़), महेश कुमावत (व्याख्यता), हेमन्त धवल, पीयूष कुमावत, राकेश प्रजापत, विष्णु प्रजापत, हनुमान प्रजापत, हेमंत गोस्वामी कार्यरत्त है।

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