अजब अजमेर की गजब राजनीति

-रासबिहारी गौड – अजब अजमेर की गजब राजनीती में चुनावी आहट से थोड़ी बहुत हरकत में आई है  ठिठुरती ठण्ड में नेता थोड़े थोड़े गर्म हुए हैं और अपनी गर्मी निकालनें के लिए अखाड़ा ढूंढ़  रहे हैं .
अजमेर में दो दल हैं ,यानी दो बार दल दल है ,कुल मिलाकर अजमेर की राजनीती में दल-दल है ..इस दल दल का आलम ये है की कहीं हाथ की सफाई है ,कहीं कीचड में कमल खिला है .परन्तु दोनों दल अपनी पारदर्शिता ,ईमानदारी और सच्चाई के लिए राजनीती के आदर्श हैं .हाथ की सफाई वाले हाथ ही की सफाई करतें हैं ,कमल वाले अपना कीचड अपनें पर ही मलते हैं .दोनों अपने -अपनें तरीके से अपना काम करते हैं ,अपनाकाम  लगातें हैं ,पर शहर वाले उन्हें काम का नहीं मानते हैं ,वे अपनें काम से नहीं मानते हैं .अभी मकर सक्रान्ती को दोनों दलों नें अपने- अपने तरीके से मनाया .हाथ वालों ने तिल खाए ,तिल का ताड़ बनाते हुए खुद तिलपपदी हो गए .पतंग उड़ानें की जगह अपनी-अपनी पतंग लेकर अपनी ही छतों पर खड़े हो गए क्योंकी इनका माझा तो दिल्ली वाले हाथ के पास है .उधर कमल वालों ने खुले आम पतंग उडाई और आपस में ही काटी.शायद इसीलिए पतंग काले रंग की थी क्योंकी उनके कीचड का भी कुछ एसा ही रंग है .
बहरहाल हाथ वाले दल का ये आलम है की एक हाथ ही सारे लोकल  नेताओं की ऐसी सफाई कर रहा है .की वे कहीं हथेली लगानें लायक नहीं रह गए .चूँकि हाथ बड़ा है इसलिए देल्ली से सिर्फ हाथ ही आता है और अगुठा दिखा कर चला जाता है .इस हाथ से अजमेर को बड़ी उमीद्दें थी ,उमीद्दें हैं ,वो पूरी.भी कर रहा है . अजमेर धार्मिक नगरी है यहाँ चादर पोशी होती है ,फूल चढाते हैं , बड़ा हाथ चादर और फूल दोनों  चढ़ा भी कर रहा है .लेकिन इस बार अपनों पर ही चढ़ रहे हैं .
उधर कमल वाले  सचमुच का दलदल बन  गए  है .वहां किसी को नहीं पता वो किस पार्टी में है ,वो य बता देगा किस गुट में है ,बड़ा काम है जनता ने निपटा दिया अब खुद जनता का काम कर रहे हैं .त्याग की भावना  इस कदर बलवती है की हर तीसरा कमल वाला  टिकिट का दावेदार  है ,वहां हाथ वाली साईड में  हर तीसरा बिना टिकिट सफ़र कर रहा है .फिलहाल सारा खेल टिकिट का है इसलिए अजमेर में मौसम सर्दी में भी थोड़ी गर्मी दे रहा है ..दोनों दल  दल आपस में अपनें आप को निपटा रहें हैं और अजमेर  निपट रहा है.यही है अजब अजमेर की गजब राजनीती.

1 thought on “अजब अजमेर की गजब राजनीति”

  1. Gaud sahib you have brought the name of Ajmer on national channels through your laughter show & now you are doing a wonderful job by writing satair on current affairs of Ajmer . Wishing you a very happy new year , I am living in Ajmer but never got a chance to meet you in person , I am sure one day I will meet you in this my town .

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