
मनुष्य के हाथों मैं पांच उंगलियां होती है। वह सब एक समान नहीं होती कहते हैं । कहते पांचों उंगलियां बराबर नहीं होती। कोई छोटी, कोई बड़ी, कोई मोटी, कोई पतली होती है। लेकिन फिर भी वह एक हथेली से जुड़ी रहती है। कोई कोई *उंगली यदि हथेली से अलग* हो जाए तो वह सुखकारी नहीं हो सकती।
इसी प्रकार एक परिवार के पांच सदस्य भी अलग-अलग स्वभाव ,व्यवहार , विचार वाले हो सकते हैं ।विचारों की भिन्नता के कारण अलग होना सुख का मार्ग नहीं हो सकता। विदेशों में एकल परिवार बढ़े तो वहां तनाव, दुःख, बीमारियां,हार्ट अटेक और आत्महत्या जैसे मामले बढ़े हैं।
समझदारी इसी में है हम भिन्न-भिन्न विचारों वाले लोगों के साथ भी तालमेल और सामंजस्य रखकर सबको साथ रखने और रहने का प्रयास करें ।
एक घर परिवार या समाज ही नहीं पूरी दुनिया में लोगों के बीच तनाव और दूरियां बढ़ रही है। यही तनाव और दूरियां अशांति तथा दुख का कारण मुख्य कारण है ।
*आपसी तालमेल की कमी और बढ़ती दूरियों की वजह से विश्व के विभिन्न देशों में तनाव तथा युद्ध बढ़ रहे हैं।*
परिवार और घरों में भी यही स्थितियां देखने को मिल रही है
कोई भी व्यक्ति किसी धर्म को मानने वाला हो *तप, दान, दिखावा की बजाय अपने आचरण और व्यवहार में प्रेम को भाईचारे को कम करने वाला नहीं अपितु बढ़ाने वाला* काम करने का प्रयास करें तो आधुनिक समय में यही सबसे बड़ा पुण्यशाली और धर्म का काम होगा।
*नन्हा जीव चींटी जब तक अपने परिवार के साथ यानी समूह में रहती, और क़तार में चलती है। तब तक उसका जीवन सुखमय और सुरक्षित है।*
कुछ लोग कहते हैं जो समूह से अलग निकालकर अपनी अलग राह बनाते हैं वे ही इतिहास में नाम लिखवाते हैं।
लेकिन यह भी कहा जाता है नदी से अलग निकलने वाला नाला भी कुछ दूरी पर चलने के बाद सूख जाता है ।उसका अस्तित्व समाप्त हो जाता है।
*आपसी लालच और स्वार्थ के लिए खींचतान भरी इस दुनिया में *समर्पण, त्याग और परोपकार की भावना ही आधुनिक युग का सबसे बड़ा धर्म माना जा सकता है।*
हर *व्यक्ति यह सोच ले कि परिवार में के सदस्यों में कोई दरारें तथा दूरियां न बढ़े। इसके लिए मेरा जो भी त्याग, समर्पण, सहयोग बन पड़ेगा।उसके लिए मैं तत्पर रहूंगा।मेरी वजह से किसी को कोई असुविधा या दुःख परेशानी नहीं हो।*
अपने *अधिकार की बजाय कर्त्तव्य को प्राथमिकता* दें तो किसी को स्वर्ग की आवश्यकता नहीं यहीं इस घर ,परिवार और *धरती पर स्वर्ग* बन सकता है।
*हीरालाल नाहर पत्रकार*
*9929686902*