विश्व हृदय दिवस 29 सितम्बर पर विशेष
विदिशा । विश्व हृदय रोग जागरूकता दिवस के अवसर पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, रोटरी इंटरनेशनल एवं इंडियन अकैडमी ऑफ़ पीडियाट्रिक्स के संयुक्त तत्वावधान में अग्रवाल धर्मशाला में आयोजित जागरूकता एवं निशुल्क रोग निदान शिविर में प्रदेश आईएमए अध्यक्ष एवं विदिशा आईएपी अध्यक्ष डॉ एम के जैन ने बताया कि दिल धड़क -धड़क कर कह रहा कि मानलो मेरा कहना बाद में फिर ना कहना कि मुझे आगाह नहीं किया ।
आज हृदय रोग एक महा मारी के रूप में हमारे समक्ष उभर रहा है ।गलकाट प्रतिस्पर्धा के इस भागमभाग में अनियमित और पाश्चात्य जीवन शैली और बेतरतीव और रेडी मेड , फ़ास्ट फ़ूड का अत्यधिक सेवन , ओवर थिंकिंग और एक दूसरे से आगे बढ़ने का अनावश्यक दबाव और तनाव ,स्मोकिंग , शारीरिक श्रम का अभाव मानसिक परेशानी प्रमुख कारण के रूप में सामने आ रहा है। हमारा दिल -हरदिन , हर समय ,हर पल हमारा ध्यान रखता है और दिल का धड़कना ही हमारे जीवित रहने का वजूद भी है
आईएमए सदस्य एवं हृदय रोग हृदय विशेषज्ञ डॉ ऐश्वर्य मोदी ने बताया कि हृदय रोगों की फ़ैमिली हिस्ट्री , जेनेटिक हिस्ट्री होने के बावजूद भी हमे खाने पीने पर विशेष ध्यान देना चाहिए रेडीमेड खाद्य सामग्री जैसे केक , पेस्ट्री , फ़्रोज़ेन पिज़्ज़ा ,बर्गर फ़्राइड डीप फ़्राइड स्पाइसी करी और तरी युक्त भोज्य ,कचौरी , समोसे , जो ट्रांस फ़ेट्स से बनाये जाते है और यही ट्रांस फ़ैट सेहत का असली दुश्मन माना जाता है । आईएमए सदस्य हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ विनोद दांगी ने बताया ट्रांस फैट मतलब -सामान्य तेल को हाइड्रोजन में मिक्स कर बनाया जाता है और सामान्य तापमान पर अर्ध ठोस या ठोस अवस्था में रहता है और बोईलिंग पोईंट अधिक होने से देर में पिघलते है और इस लिए बटर के बदले में सस्ते होने के कारण बाज़ार की हर खाद्य सामग्री बनाने में उपयोग किए जाते है ।
आईएमए सदस्य हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ प्रशांत बागरेचा ने बताया ट्रांस फैट शरीर में पहुँच कर मित्र कोलेस्ट्रोल- हाई डेन्सिटी लिपोप्रोटीन को कम कर ,शत्रु कोलेस्ट्रोल लो डेन्सिटी लिपोप्रोटीन को बढ़ा देते है और शरीर की रक्त वाहिकाओं में जम जाते है और रक्त वाहिकाओ में रक्त को अवरुद्ध कर देते है ।परिणाम स्वरूप उच्च रक्त चाप ,हृदयआघात , स्ट्रोक और पक्षाघात , तथा मधुमेह जैसी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। आईएमए सदस्य डॉ कुशाग्र दीक्षित बताया कि हृदय रोग जागरुकता और बचाव के लिये सप्ताह के अधिकांश दिनो में ३०-६० मिनट व्यायाम, वॉकिंग , साइक्लिंग ,स्विमिंग , योगा , प्राणायाम में से जो भी ठीक लगे करना परम आवश्यक है ।
आईएमए सदस्यएवं हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ संदीप अहरवॉर ने बताया कि खाने पीने में ट्रांस फ़ैट युक्त भोजन नही लेना ,उम्र अनुरूप वजन पर नियंत्रण रखना ,उच्च रक्तदाव और मधुमेह पर प्रभावी नियंत्रण रखना दिन चर्या को नियमित रखना आवश्यक है।
आईएमए सदस्य हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ विकास जैन ने बताया शरीर की जैविक घड़ी को प्राकृतिक बनाये रखना स्मोकिंग और दूसरे नशे को तिलांजलि देना ज़रूरी है ।आईएमए विदिशा के अध्यक्ष डॉ राजीव जैन ने बताया कि व्यस्तता ज़्यादा होने पर लिफ़्ट की जगह सीढ़ियों का उपयोग करना चाहिए।
आईएमए एवं रोटरी क्लब के पूर्व अध्यक्ष तथा आईएपी विदिशा के सचिव डॉ सुरेंद्र सोनकर ने बताया कि हृदय रोग रोकथाम के लिए प्रतिदिन 15-20 मिनट योगा ,प्राणायाम करना चाहिए तथा मौक़ा मिलने पर अपनी पसंद अनुरूप बाग़वानी , घूमना फिरना , फ़ोटो ग्राफ़ी , बच्चों के साथ खेलना भी अच्छा उपाय है ।पोषण आहार सलाहकार श्रीमती प्रियंका जैन ने हृदय रोग रोकथाम के लिए खाने पीने में पालक , टमाटर ,लहसन गाजर ,लोकि प्याज़ , मौसमी फल साबुत अनाज अलसी के बीज ,सूखे मेवे ,काजू ,बादाम , अखरोट , पिस्ता ,अपने चिकित्सक की सलाह अनुरूप ले सकते है । लेकिन फ़ास्ट फ़ूड को नियमित रूप से नहीं लेना चाहिए।
वरिष्ठ रोटेरियन श्री कमल सिलाकर ने बताया कि निशुल्क शिविर एक अच्छी पहल है और आगे भी होते रहना चाहिए । रोटरी के रीजनल कॉर्डिनेटर श्री सुजीत देवलिया ने बताया कि आईएमए एवं रोटरी क्लब भविष्य में भी इस तरह के आयोजन के लिए तैयार है। हृदय रोग जागरूकता शिविर के शुभारंभ में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित किया गया और 60 मरीजों का निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण, ईसीजी , रक्तदाव, ब्लड सुगर एवं अन्य जांचे की गई और आवश्यक उपचार की सलाह दी गई सफल हृदय रोग जागरूकता शिविर आयोजन में विदिशा रोटरी क्लब के अध्यक्ष डॉ जनार्दन सिंह जादोन ,सचिव डॉ पंकज अग्रवाल एवं कोषाध्यक्ष रितेश कपूर एवं पूरी टीम उपस्थित थी ।सम्पूर्ण कार्यक्रम और शिविर का सफल संचालन आईएमए विदिशा के सचिव डॉ राहुल जैन द्वारा किया गया।