डीडवाना की जनता के साथ ज्योति मिर्धा का फिर कुठारघात

jyoti mirdha 1नागौर की राजनीती में कांग्रेस पार्टी में जिस प्रकार से खेमे बजी बढ़ रही है उससे किसी खेमे को फायदा हो न हो लेकिन यह तय है की इस खेमेबाजी के चक्कर में डीडवाना की जनता की भावनाओं के साथ जरुर कुठारघात हो रहा है| डीडवाना नागौर जिले का न केवल सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र है बल्कि जातिगत समीकरणों की बात की जाय तो यह जाट बेल्ट मन जाता है जहाँ किसी भी प्रत्यासी के भाग्य का फैसला जाट वोट ही करते हैं| नागौर सांसद ज्योति मिर्धा को गत चुनावों में इसी क्षेत्र से सर्वाधिक बढ़त मिली थी लेकिन यह वो समय था जब मिर्धा और स्थानीय विधायक रूपराम डूडी के बीच मन मुटाव नहीं था| पंचायत चुनावों के बाद यहन का परिदृश्य बदला और सांसद ज्योति मिर्धा और डूडी के रिश्तों में अचानक दरार आ गई | जिस मिर्धा को जितने के लिए विधायक डूडी ने दिन रत एक कर दिए वे दोनों एक दुसरे को देखना तक पसंद नहीं करते | यहाँ तक की चाहे पार्टी का कार्यक्रम भी हो दोनों एक दुसरे से बचते है और कभी कभार अगर सामना हो जाता है तो सांप और नेवले वाला रिश्ता जग जाहिर हो जाता है, जिसका उदहारण मुख्यमंत्री की धनकोली में पिछले दिनों हुई एक सभा के दौरान देखा भी गया| लेकिन यह एक राजनितिक प्रतिद्वंदिता की बात हे लेकिन यही प्रतिद्वान्दिता जब विकास के कार्यों में रोड़ा बनने लग जाय तो इससे बड़ी दकियानूसी हरकत कोई और नहीं होगी |
मामला है नागौर जिले को मीठा पानी पिलाने का चीर प्रतीक्षत इंदिरा गाँधी नाहर परियोजना के पानी के पुरे जिले में पहुँचने का सपना बहुत ही मुश्किल से साकार होता दिख रहा है और उसकी पूरी तेयारिया भी हो चुकी है इंदिरा गाँधी नाहर परियोजना के सेकंड फेज के पाणी के लिए डीडवाना के केराप में स्टेशन बनना है और इसके लिए यूपीए अध्यक्ष सोनिया गाँधी द्वारा केराप आकर इस परियोजना का शिलान्यास का कार्यक्रम भी 20 जून को तय हो गया था लेकिन माननीय सांसद ज्योति मिर्धा ने इसमें हस्तक्षेप करते हुए इस कार्यक्रम का स्थान परिवर्तन डीडवाना के केराप से हटाकर जयल के कठोती में करवा दिया| डीडवाना में यूपीए अध्यक्ष के आने की प्रशासनिक तेयारियां भी शुरू हो गयी थी लेकिन केवल दो दिन के घटनाक्रम ने सारे पासे पलट दिए और कार्यक्रम स्थल ही बदल गया | यहाँ गौर करने वाली बात यह भी है की जब डीडवाना विधानसभा के ग्राम केराप में नहर का स्टेशन बनना है तो जायल के कठोती में इसका शिलान्यास करवा कर ज्योति आखिर क्या दर्शाना चाहटी हैं ? तो क्या सोनिया जी किसी स्टेशन का शिलान्यास करने की बजाय जहाँ पाइप लाइन आ रही है उस स्थान का शिलान्यास करेंगी| हालाँकि जायल और डीडवाना दोनों ही कांग्रेस की सीटें हैं लेकिन ज्योति जी के इस कदम से खुद उनका वोट बेंक भी खिसकेगा और इसका असर जायल विधायक और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री मंजू मेघवाल पर भी क्योंकि उनका भाग्य भी जाट वोट ही तय करता है और किसी जाट का विरोध उनके लिए भी भारी पद सकता है |

हनु तंवर “निःशब्द”
हनु तंवर “निःशब्द”

बहरहाल यह पहला मामला नहीं है जब सांसद मिर्धा ने डीडवाना के किसी काम में अडंगा लगाया है इससे पहले भी उनपर ऐसे बहुत से आरोप लगे है लोगों का तो यह भी आरोप है कि जिले के मामले भी अडंगा सांसद महोदया ने ही लगाया था इसी लिए जिले का मामला ठन्डे बस्ते में चला गया है| अब फैसला तो जनता करेगी कि इस सांप और नेवले की लड़ाई में सांप कौन है और नेवला कौन|

-हनु तंवर “निःशब्द “
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