संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद [यूएनएचआरसी] की उच्चायुक्त नवी पिल्लै ने सीरिया में जारी नरसंहार के लिए राष्ट्रपति बशर अल-असद और विद्रोहियों, दोनों को जिम्मेदार ठहराया है। 47 सदस्यीय यूएनएचआरसी को संबोधित करते हुए पिल्लै ने दोहराया कि सीरियाई सरकार की कार्रवाइया मानवता के खिलाफ अपराध है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा भारी हथियारों का प्रयोग किया जाना और जनसंख्या वाले क्षेत्रों में गोलाबारी करना, बहुत अधिक संख्या में नागरिकों की मौत, देश के बाहरी और भीतरी इलाकों से भारी संख्या में नागरिकों का विस्थापन तथा विध्वंसकारी मानवतावादी संकट के लिए जिम्मेदार है। सरकार विरोधी बलों द्वारा हत्या, न्यायेतर आचरण और यातना देने सहित किए जा रहे अन्य अपराधों पर भी मैं इतनी ही चिंतित हूं।
पिल्लै ने सीरिया को अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत में बुलाने के सुझाव को दोहराया, लेकिन स्पष्ट किया कि यह सिर्फ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सुझाव पर ही होना चाहिए। मालूम हो कि सीरिया के साथ क्या समझौता किया जाए इस पर सुरक्षा परिषद बंटा हुआ है। रूस ने किसी भी संकट के लिए असद को दोषी ठहराए जाने का विरोध किया है।