दिमाग चलता नहीं दौड़ता है। इस बात को साबित कर दिखाया है ब्रिटेन की 12 वर्षीय एक छात्रा ने। बुद्धिमता के मामले में उसने प्रख्यात वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन और प्रोफसर स्टीफेंस हॉकिंस को मात दे दी है।
लीवरपूल की ओलिविया मेंनिंग ने आइक्यू टेस्ट में 162 अंक हासिल किए हैं, जो 100 के औसत से ज्यादा है। उसका यह स्कोर जर्मनी के भौतिकविद आइंस्टीन और हाकिंस से दो अंक ज्यादा है। इस उपलब्धि ने उसे दुनिया के सबसे बुद्धिमान एक प्रतिशत लोगों की श्रेणी में ला खड़ा किया है। उसे मेनसा यानी दुनियाभर के बुद्धजीवियों के नेटवर्क में शामिल कर लिया गया है। यह सम्मान मिलने के बाद ओलिविया को एवरटन स्थित उसके स्कूल द नार्थ लीवरपूल एकेडमी में सेलिब्रिटी का दर्जा दिया जा रहा है। उसने बताया कि स्कूल के बहुत सारे लोग उसके पास होमवर्क में मदद के लिए आ रहे हैं। मेनसा में शामिल किए जाने पर नौरिस ग्रीन निवासी ओलिविया ने कहा, ‘मुझे चुनौतियां पसंद हैं।’ उसने स्वीकार किया कि नई जानकारी को याद रखने की उसमें गजब की क्षमता है। अंक के मामले में उसने मशहूर टेलीविजन सेलिब्रिटी और गणितज्ञ कैरोल वोरडरमैन को भी शिकस्त दी। कैरोल को आइक्यू टेस्ट में 154 अंक ही मिले थे। मेनसा में 151 अंक के साथ 12 साल की एक अन्य छात्रा नौरिस ग्रीन निवासी लॉरेन गैनन को भी शामिल किया गया है।