पेरिस- यूएन वूमेन द्वारा संचालित और मेक्सिको तथा फ्रांस की सरकारों द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित जनरेशन इक्वलिटी फोरम के हिस्से के तौर पर बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने आज 2.1 बिलियन डॉलर देने का वचन दिया है। यह धनराशि अगले पाँच वर्षों में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ाने, महिलाओं और लड़कियों के स्वास्थ्य एवं परिवार नियोजन को सशक्त करने और महिलाओं के नेतृत्व को गति देने के लिये खर्च की जाएगी।
इस फोरम का आयोजन पेरिस में 30 जून से 2 जुलाई, 2021 तक होगा, जिसमें सरकारें, निजी क्षेत्र और सिविल सोसायटी के पार्टनर्स विशेष कार्यवाहियों पर प्रतिबद्धता के लिये एकजुट होंगे और आर्थिक, राजनैतिक तथा कार्यक्रम के अनुसार वचनों की घोषणा करेंगे, जिससे लैंगिक समानता (जेंडर इक्वलिटी) और महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा मिलेगा। वर्ष 1995 में महिलाओं पर फोर्थ वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस हुआ था जिसमें दुनिया भर से 47,000 भागीदार और कार्यकर्ता बीजिंग पहुंचे थे। उसके बाद से महत्वाकांक्षी कारवाई करने के लिए इतना बड़ा कोई आयोजन नहीं हुआ, जिसका महिलाओं और लड़कियों पर रूपान्तरकारी प्रभाव पड़ सके।
गेट्स फाउंडेशन की को-चेयर मेलिंडा फ्रेंच गेट्स ने कहा, “दुनिया लैंगिक समानता के लिये दशकों से लड़ रही है, लेकिन इसकी प्रगति धीमी रही है। अब एक आंदोलन को फिर से खड़ा करने और असली बदलाव लाने का समय है। लैंगिक समानता के लिये हमारी लड़ाई की खूबसूरती यह है कि इससे हर मनुष्य का फायदा होगा। हमें एक बेहतर और ज्यादा समानता वाला भविष्य बनाने के लिये इस पल का लाभ उठाना चाहिये।”
फोरम का आयोजन संक्रमण के गंभीर बिन्दु पर हो रहा है। पिछली एक चौथाई शताब्दी में हमने प्रगति देखी है, लेकिन दुनिया में कहीं भी महिलाओं के लिये पुरूषों के समान अवसर नहीं हैं। महिलाओं के अधिकारों का विरोध हो रहा है और लैंगिक समानता तथा महिलाओं के स्वास्थ्य में अब भी ढांचागत बाधाएं हैं।
अगले 5 वर्षों के लिये फाउंडेशन का 2.1 बिलियन डॉलर का वचन तीन क्षेत्रों में गतिविधि को उन्नत करेगा : आर्थिक सशक्तिकरण, स्वास्थ्य एवं परिवार नियोजन, और महिलाओं के नेतृत्व को गति। इस फंडिंग में निम्नलिखित शामिल हैं :
· आर्थिक सशक्तिरण: 5 वर्षों में 650 मिलियन डॉलर: यह फंडिंग महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर फाउंडेशन के मौजूदा कार्यों का विस्तार है। यह फंडिंग महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये काम करने वाले संगठनों को सहयोग करेगी. उनकी देखभाल करने वाली अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी. महिलाओं के वित्तीय समावेश में सुधार करेगी और सवेतन कार्य की बाधाओं को कम करेगी।
· परिवार नियोजन और स्वास्थ्य: 5 वर्षों में 1.4 बिलियन डॉलर: यह परिवार नियोजन भागीदारों के एक नेटवर्क के लिये सहयोग और गर्भनिरोधकों को सुलभ बनाने तथा विकल्प बढ़ाने पर केन्द्रित होकर परिवार नियोजन और महिलाओं के स्वास्थ्य के लिये फाउंडेशन की प्रतिबद्धता की पुनर्पुष्टि और विस्तार करता है। यह भागीदार हैं यूएनएफपीए सप्लाइज पार्टनरशिप. फैमिली प्लानिंग 2030, द ग्लोबल फाइनेंसिंग फैसिलिटी और रिप्रोडक्टिव हेल्थ पहल के लिये नया शेपिंग इक्विटेबल मार्केट ऐक्सेस।
· महिलाओं के नेतृत्व को गति देना : 5 वर्षों में 100 मिलियन डॉलर/ 10 वर्षों में 230 मिलियन डॉलर : यह मुख्य रूप से स्वास्थ्य, कानून और अर्थव्यवस्था में नेतृत्व की भूमिकाओं में महिलाओं के समावेश को गति देने के लिये फंडिंग की नई प्रतिबद्धता है। इसमें को-इम्पैक्ट द्वारा एक नये फंड में योगदान शामिल है, जिसका लक्ष्य व्यवस्था में लैंगिक समानता की बाधाओं को तोड़ना और दुनियाभर में महिलाओं और लड़कियों के नेतृत्व को बढ़ाना है।
गेट्स फाउंडेशन के को-चेयर बिल गेट्स ने कहा, “स्थायी विकास के लक्ष्यों की ओर बढ़ते हुए, लैंगिक समानता पूरी दुनिया के प्रयासों के केन्द्र में होनी चाहिये। लैंगिक समानता को प्राथमिकता देना न केवल एक सही काम है, बल्कि गरीबी तथा रोकथाम के योग्य रोगों से लड़ने में जरूरी भी है। जनरेशन इक्वैलिटी फोरम लीडर्स को जिम्मेदार ठहराने का एक अवसर है, ताकि हम सुनिश्चित कर सकें कि हर जगह पर सभी लोगों के पास स्वस्थ और उत्पादक जीवन जीने का मौका हो।”
आज गेट्स फाउंडेशन ने नया डेटा भी जारी किया है, जो दिखाता है कि महामारी से उत्पन्न असमानता तेजी से बढ़ रही है और उसने महिलाओं की स्वास्थ्य सेवाओं को बाधित किया है और ऐसे क्षेत्रों में उनकी नौकरी खाई है, जहाँ वे अच्छी संख्या में थीं, साथ ही देखभाल की जरूरतों और दूसरे बिना वेतन के कार्यों में बढ़त हुई है। फ्रेंच गेट्स ने कहा कि, “महामारी के दुष्प्रभावों ने महिलाओं और लड़कियों के अवसर छीने हैं।”
इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार:
वर्ष 2019 की तुलना में 2020 में महिलाओं की बेरोजगारी में 9 मिलियन तक की वृद्धि हुई और 2021 में इसमें और 2 मिलियन वृद्धि होने का अनुमान है। पुरुषों के मामले में ऐसा नहीं है, जिनकी बेरोजगारी में 2021 में कमी आने का अनुमान है।
2021 में वैश्विक स्तर पर महिला बेरोजगारी 2019 के स्तर से 13 मिलियन नीचे रहने का अनुमान है। इसके विपरीत कुल पुरुष बेरोजगारी का आंकडा वापस अपने 2019 के स्तर के करीब होने का अनुमान है, जिससे कार्यबल में वर्तमान विषमता और खराब होगी.
यूरेशिया ग्रुप के नये डाटा ने भी बताया है कि समान लैंगिक नीतियाँ कोविड-19 महामारी से वैश्विक अर्थव्यवस्था की क्षतिपूर्ति को बढ़ा सकती हैं:
दुनिया में जिन महिलाओं के पास अभी चाइल्डकेयर की व्यवस्था नहीं है, उनके लिये इसे सुलभ बनाने से हर साल 3 ट्रिलियन डॉलर तक अतिरिक्त जीडीपी मिल सकती है, यदि उन्हें श्रमिक संख्या में भाग लेने का मौका मिले।
विश्वभर में नगद राशि के स्थानांतरण के लिये कार्यक्रम बनाने से लगभग 100 मिलियन महिलाएं घोर निर्धनता से उभर सकती हैं, जिसका आशय हर दिन 2 डालर से कम में काम चलाने से है।
गेट्स फाउंडेशन के सीईओ मार्क सुज़मैन ने कहा, “महिलाओं और लड़कियों ने पहले से ही सामाजिक और आर्थिक जीवन में अपनी पूरी भागीदारी में अलग बाधाओं का सामना किया है और नया डाटा दिखाता है कि महामारी ने लैंगिक असमानता को बढ़ाया है। हर डाटा पॉइंट बताता है कि एक महिला बेहतर भविष्य के लिये लड़ रही है और यह फंडिंग एक उचित तथा ज्यादा समानता वाली दुनिया के लिये सभी महिलाओं की लड़ाई में सहयोग देने की हमारी लंबे समय की प्रतिबद्धता दर्शाती है।”
फाउंडेशन लगभग 20 वर्षों पहले हुई अपनी शुरूआत के बाद से ही परिवार नियोजन और महिलाओं के स्वास्थ्य के लिये प्रतिबद्ध रहा है। लगभग एक दशक से, वह महिलाओं और लड़कियों के सामने आने वाली ढांचागत बाधाओं को तोड़ने और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ाने के लिये दुनियाभर में अपने भागीदारों को सहयोग दे रहा है। लैंगिक समानता इस फाउंडेशन के कार्यों के केन्द्र में है और जेंडर इक्वैलिटी डिविजन ज्यादा लैंगिक समानता वाली दुनिया की ओर प्रगति को गति देने पर केन्द्रित है।