तनाव ने रोकी भारत-पाक जल वार्ता

पाक द्वारा नियंत्रण रेखा पर युद्धविराम के लगातार उल्लंघन और दो भारतीय फौजियों की नृशंस हत्या से पैदा हुए तनाव ने भारत-पाक के बीच जल मुद्दे पर होने वाली सचिव स्तरीय बातचीत को रोक दिया है।

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि इस्लामाबाद में 28-29 जनवरी को होने वाली वार्ता को स्थगित कर दिया गया है। बातचीत की नई तारीख बाद में तय की जाएगी। मंत्रालय के अधिकारी ने वार्ता स्थगित करने की वजह के बारे में कुछ नहीं कहा। सचिव स्तरीय इस वार्ता में तुलबुल परियोजना और वुल्लर बैराज के मुद्दे पर विचार विमर्श होना था। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, भारत के साथ सीमा पर जारी हालिया तनाव के मद्देनजर सचिव स्तरीय इस वार्ता को स्थगित किया गया है। हालांकि भारत की ओर से कहा गया है कि जल संसाधन सचिव डीवी सिंह इस माह के अंत में सेवानिवृत्त होने वाले हैं। इसी के चलते वार्ता को टाला गया है।जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर टकराव और दो भारतीय फौजियों की नृशंस हत्या के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच संबंध बहुत तनावपूर्ण हो गए हैं। बिगड़े रिश्तों के बीच यह दूसरा मौका है, जब उच्च स्तरीय द्विपक्षीय वार्ता को स्थगित किया गया है। हालांकि पाकिस्तान ने अपनी करतूत को छिपाने के लिए इस मामले में सफेद झूठ बोल दिया। इतना ही नहीं उसने भारत पर ही 2003 से लागू युद्धविराम का उल्लंघन करने और तीन पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या की तोहमत मढ़ दी। इससे पहले पाकिस्तानी वाणिज्य मंत्री मख्दूम अमीन फहीम ने आगरा के व्यापारिक समागम में आने का अपना कार्यक्रम रद कर दिया था।

उल्लेखनीय है कि सीमा पर पाकिस्तान की बेजा हरकतों से पैदा हुए तनाव के बाद भारत ने दो टूक कहा था कि हम पड़ोसियों से रिश्ते बेहतर रखने के पक्ष में हैं, लेकिन इन हालात में रिश्ते बेहतर नहीं रह सकते। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा था कि पड़ोसी देश पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ पोषित-प्रायोजित आतंकवाद हमारे देश के लिए बेहद चिंताजनक है। भारत दोस्ती का हाथ बढ़ाने के लिए तैयार है,लेकिन पाकिस्तान को इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।

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