वाशिंगटन। भविष्य में किसी भी बड़े क्षुद्रग्रह की पृथ्वी से संभावित टक्कर को रोकने के लिए पेंट का इस्तेमाल किया जाएगा। पेंट के छिड़काव से क्षुद्रग्रह का रास्ता बदल सकता है और पृथ्वी को बचाया जा सकता है।
टेक्सास स्थित एएंडएम यूनिवर्सिटी में अंतरिक्ष व भौतिक विज्ञान के प्रोफेसर डेव हेलैंड के मुताबिक, ‘ट्राइबोचार्जिग पाउडर डिस्पेंसिंग तकनीक के जरिए पृथ्वी की ओर बढ़ रहे क्षुद्रग्रह की दिशा को बदला जा सकता है। इस तकनीक के तहत क्षुद्रग्रह पर पेंट की एक परत चढ़ा दी जाएगी। इससे उसमें से निकलने वाली ऊर्जा कम हो जाएगी और वह अपने अक्ष से थोड़ा खिसक जाएगा।
हेलैंड ने बताया कि रूस के एक इंजीनियर द्वारा वर्ष 1992 में खोजे गए यारकोवस्की प्रभाव के अनुसार पेंट के इस्तेमाल के बाद क्षुद्रग्रह द्वारा परावर्तित की जाने वाली सूरज की ऊर्जा की मात्रा में कमी आती है। ऊर्जा की कमी से क्षुद्रग्रह अपना रास्ता बदल लेगा।
हेलैंड ने बताया, ‘यह पेंट पानी या तेल के मिश्रण वाला नहीं होना चाहिए, क्योंकि अंतरिक्ष में जाते ही यह पेंट नष्ट हो सकता है। लेकिन पाउडर के रूप में पेंट का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस पेंट की मदद से धरती की ओर बढ़ते क्षुद्रग्रह के चारों तरफ एक परत चढ़ाई जा सकती है।’
शोधकर्ताओं ने बताया कि यह योजना थोड़ी अटपटी और कठिन जरूर लग सकती है, लेकिन अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा इसमें खासी दिलचस्पी ले रही है। एपोफिस नाम का एक क्षुद्रग्रह पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है और 13 अप्रैल, 2029 को यह पृथ्वी के काफी नजदीक से गुजर सकता है। भविष्य की तैयारियों के मद्देजनर नासा हेलैंड के साथ मिलकर काम कर रही है।