अम्मान। सीरियाई विद्रोहियों ने एक संदिग्ध परमाणु ठिकाने पर कब्जा कर लिया है। फुरात नदी के पास इस जगह पर एक परमाणु रिएक्टर होने संदेह है। इसे छह साल पहले इजरायली युद्धक विमानों ने बर्बाद कर दिया था।
विद्रोही सूत्रों के मुताबिक अलकुबेर नाम की यह जगह दीर-अल-जोर शहर से करीब 60 किलोमीटर पश्चिम में है। यह पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में तब आया था, जब वर्ष 2007 में इस पर इजरायल ने हमला किया था।
अमेरिका का कहना है कि यह परिसर उत्तर कोरिया का डिजाइन किया गया एक परमाणु रिएक्टर था, जिसे बम बनाने लायक प्लूटोनियम तैयार करने के लिए बनाया गया था। फ्री सीरियन आर्मी के पूर्वी संयुक्त कमान के प्रवक्ता उमर अबू लैला ने कहा है विद्रोहियों को वहां जो भवन मिला वह एक हैंगर था, जिसमें कम से कम एक स्कड मिसाइल है।
ऐसा लगता है कि उस जगह को स्कड दागने का केंद्र बना दिया गया था। वहां जो भी रहा हो अब ध्वस्त हो चुका है। विद्रोही लड़ाकों ने जब उस इलाके पर कब्जा किया, उसके पहले शुक्रवार को सेना के तीन हेलीकॉप्टरों से सरकार समर्थक सैनिकों के आखिरी जत्थे को वहां से हटा लिया गया।
सीरियाई सेना का कहना है कि यह परिसर एक सैन्य ठिकाना था, लेकिन सीरिया ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी को बगैर प्रतिरोध के वहां जाने की इजाजत देने से इन्कार कर दिया था। इसी के बाद एजेंसी ने कहा था कि वह परिसर एक परमाणु ठिकाना हो सकता है। संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षकों ने वर्ष 2008 के जून में इसकी जांच की थी, लेकिन उसके बाद से अधिकारियों ने उन्हें वहां जाने नहीं दिया था।