वाशिंगटन। अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान ने अपने यहां पंजाब के चश्मा में तीसरे न्यूक्लियर रिएक्टर लगाने के लिए चीन से खुफिया तौर पर समझौता किया है। ओबामा प्रशासन ने इसको बीजिंग द्वारा अंतरराष्ट्रीय परमाणु विरोधी हथियार समझौते का उल्लंघन बताया है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी और राजनयिक अधिकारियों के मुताबिक चश्मा में तीसरा परमाणु रिएक्टर लगाने को पाकिस्तान और चीन के बीच समझौता 15-18 फरवरी के बीच उस वक्त हुआ था जब पाकिस्तान परमाणु एनर्जी कमिशन का एक प्रतिनिधिमंडल चीन की यात्रा पर गया था। इस समझौते के मुताबिक चीन की नेशनल न्यूक्लियर कार्पोरेशन एक हजार मेगावाट का न्यूक्लियर प्लांट का चश्मा में निर्माण करेगी। यहां पर पहले से ही दो न्यूक्लियर रिएक्टर मौजूद हैं। हालांकि अमेरिका द्वारा हुए इस खुलासे पर पाकिस्तान और चीन ने किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी है।
वाशिंगटन फ्री बीकन की वेबसाइट के मुताबिक एक अधिकारी ने कहा है कि ऐसा करके चीन अपने पहले किए वादे से मुकर रहा है। गौरतलब है कि चीन ने वर्ष 2005 में न्यूक्लियर सप्लाई गु्रप [एनएसजी] पर हस्ताक्षर किए थे। इसके मुताबिक वह किसी को न तो परमाणु तकनीक को बेच सकता है न ही उसको स्थानांतरित कर सकता है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा है कि इस बारे में चीन से बात की जाएगी।