अगला राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ेंगे जरदारी

zardariइस्लामाबाद। आम चुनाव में करारी शिकस्त से केंद्र और प्रांतों की सरकारें खो चुके पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह अध्यक्ष और देश के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने रविवार को अगला चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी। राष्ट्रपति चुनाव सितंबर में होना है। जरदारी (57) ने सितंबर, 2008 में देश के 11वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी। उस समय पीपीपी और उसकी सहयोगी पार्टियां केंद्र के अलावा बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और सिंध प्रांत में सत्ता में थीं। अब पार्टी केवल सिंध में सत्ता में है।

इसके अलावा संसद के ऊपरी सदन सीनेट में भी पार्टी का बहुमत है। लेकिन, इस संख्या बल से जरदारी का अगला चुनाव जीतना असंभव है। दिसंबर, 2007 में पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के बाद जरदारी ने पार्टी का अध्यक्ष पद संभाला था। टीवी पत्रकारों के समक्ष अपनी भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करते हुए जरदारी ने कहा, हमारे पास बहुमत नहीं इसलिए चुनाव लड़ना उचित नहीं है।

उन्होंने कहा कि वह पीपीपी में तब ही कोई बड़ा पद लेंगे जब पार्टी के कार्यकर्ता ऐसा चाहेंगे। वरना वह पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर काम करता रहेंगे। प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से वार्ता करने की घोषणा कर चुकी पीएमएल-एन की योजना पर जरदारी ने कहा कि यदि नई सरकार ऐसे लोगों से वार्ता करना चाहती है तो उन्हें राजनीतिक लोगों को चुनना चाहिए।

नई सरकार को पता लगाना होगा कि टीटीपी में कौन से धड़े राजनीतिक हैं और कौन आतंकी। यदि आप तालिबान के राजनीतिक आकाओं से वार्ता करेंगे तो वे आतंकियों को प्रभावित कर सकते हैं। मेरा मानना है कि आतंकी वार्ता करना ही नहीं चाहते।

error: Content is protected !!