विस्कॉन्सिन हमलावर वेड माइकल पेज का सफर

अब तक वेड के बारे में जो कुछ भी पता चला है उसके अनुसार वेड का बचपन एक सामान्य अमरीकी बच्चे की तरह गुज़रा जिसे अपने परिवार के साथ छुट्टियों मनाना पसंद था.

लेकिन ये भी पता चला है कि एक संवेदनशील किशोर से नफरत से भरा हमलावर बनने तक का वेड का ये सफर एक लंबी प्रक्रिया थी.

40 साल के वेड मूल रूप से अमरीका के कोलोराडो निवासी थे. हमला करने के कुछ समय पहले से वे दक्षिणी विस्कॉन्सिन शहर क्युढेई में रह रहे थे.

वेड के पड़ोसियों के अनुसार वे एक मिलनसार व्यक्ति थे और कुछ दिनों पहले ही उनका उनकी गर्लफ्रेंड से ब्रेक-अप हुआ था.

वेड के मकान मालिक कर्ट विंस के अनुसार, ”हमारे बीच हल्की-फुल्की बातें होती थीं, मुझे कभी नहीं लगा कि वो इतने उग्र भी हो सकते हैं.”

एक अन्य पड़ोसी पीटर हॉएट के अनुसार, ”मेरी उनसे बातचीत होती थी, जब मुझे पता चला कि ये वो हैं तो मैं आश्चर्यचकित रह गया.”

नागरिक अधिकारों के लिए काम करने वाले एक समूह ने वेड को एक ‘कुंठित नया-नया बना नात्ज़ी’ बताया है, जो साल 2000 से व्हाईट पावर म्यूज़िक परिदृश्य से जुड़े हुए थे.

नस्लीय हिंसा

सदर्न पॉवर्टी लॉ सेंटर के अनुसार वेड ‘ब्लू आईड डेविल्स’ और ‘डेफिनिट हेट’ नाम के बैंड से भी जुड़े रहे और वर्ष 2005 में ‘एंड एपैथी’ नाम से एक अपनी एक अलग बैंड भी बनाया.

ये ग्रुप खासकर ऐसे गाने गाया करता था जिसमें यहूदियों, काले नागरिकों, समलैंगिकों और अन्य अल्पसंख्यक समूह के लोगों को मारने की बात की जाती थी.

बैंड के सदस्य नात्ज़ी पार्टी के चिन्ह के सामने गाते थे.

ओरेगॉन में रहने वाले वेड के दोस्त क्रिस्टोफर रॉबिलार्ड कहते हैं, ”वो हमेशा हील वॉर यानी पवित्र नस्लीय लड़ाई की बात करते थे, उनकी बातों से ऐसा लगता था कि वो चाहते हैं कि ऐसा जल्द से जल्द हो.”

वर्ष 2010 में इंटरनेट पर छपे एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, ”हमारे गानों में सामाजिक और धार्मिक विषय हैं और ये भी कि कैसे तानाशाही और पाखंड के अधीन रहते हुए मानव जीवन का नाश हो रहा है.”

वेड माइकल पेज इंटरनेट पर काफी सक्रिय थे और लोगों से आगे बढ़कर लड़ाई करने के लिए उकसाया करते थे.

उत्कृष्ट बच्चा

वेड पेज का बचपन 13-14 साल की उम्र तक कोलोराडो के डेनवर में अपनी मां के साथ गुज़रा जब तक वे जिंदा थीं.

पेज की पूर्व सौतेली मां लॉरा पेज ने न्यूयॉर्क टाईम्स से कहा, ”उसे अपनी मां की मौत के सदमे से उबरने में काफी मुश्किल हुई. वो एक अनमोल बच्चा था जो हमारे साथ मिलजुल कर रोज़मर्रा के काम में दिलचस्पी लेता था.”

वर्ष 1992 में हाईस्कूल पूरा करने के बाद पेज अमरीकी फौज में शामिल हो गए थे. इस दौरान वो ओकलाहोम, टेक्सास और उत्तरी कैरोलिना में तैनात रहे. हालांकि उसे कभी अमरीका के बाहर नहीं भेजा गया था.

वेड एक प्रशिक्षित पैराशूटिस्ट थे और उन्हें उनके अच्छे चाल-चलन के लिए नेशनल डिफेंस सर्विस मेडल भी दिया गया था.

उन्हें मनौवैज्ञानिक कार्यवाहियों और हॉक मिसाईल प्रणाली के मरम्मत की भी ट्रेनिंग दी गई थी.

लेकिन 1998 में उन्हें खराब चाल-चलन और दुर्व्यवहार के कारण फौज से बाहर कर दिया गया था.

अधिकारियों के मुताबिक काम के दौरान शराब पीने और अनुपस्थित रहने के कारण उनकी डिमोशन या पदावनती कर उन्हें सार्जेंट से स्पेश्लिस्ट बना दिया गया था.

वॉशिंगटन पोस्ट के अनुसार वर्ष 2010 में भी पेज को लॉरी ड्राईवर की अपनी नौकरी से हटा दिया गया था.

जांच अधिकारियों को अब तक ये पता नहीं चल पाया है कि आखिर इस हमले के पीछे वेड माइकल पेज का मकसद क्या था…? और आम लोग बस यही सोचने को मजबूर हैं कि आखिर क्यों ?

 

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