लंदन। वैज्ञानिकों ने इंसानी दिमाग का एकदम नया एटलस तैयार करने में कामयाबी हासिल कर ली है। वह भी उम्दा डिजिटल 3डी मॉडल। उन्होंने इसे ‘बिग ब्रेन’ नाम दिया है। शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि उनकी इस खोज से इंसानी दिमाग की अब तक अबूझ कई रहस्यमय गुत्थी को सुलझाने में मदद मिलेगी।
जर्मनी के वैज्ञानिकों ने दस वर्षो के अथक प्रयास के बाद मानव मस्तिष्क का यह डिजिटल 3डी मॉडल तैयार किया है। शोध से जुड़ीं जूलिच रिसर्च सेंटर की वैज्ञानिक कैटरीन एमंट्स का कहना है कि यह गूगल अर्थ इस्तेमाल करने जैसा है। इस मॉडल से देखने पर दिमाग एक खुली किताब की तरह लगता है। मॉडल में इंसानी बाल से भी महीन तंतुओं का विश्लेषण किया गया है। इस प्रक्रिया में कुल मिलाकर तकरीबन 80 अरब न्यूरॉन की तस्वीर उतारी गई है। एमंट्स के अनुसार, इस डिजिटल 3डी मॉडल के जरिये अब मनुष्य मस्तिष्क की कई अबूझ सूक्ष्म कोशिकाओं के अस्तित्व का पता लगाने में भी मदद मिलेगी। उनका कहना है कि दिमाग की कई बड़ी कोशिकाओं के बारे में भी हम अब तक अंधेरे में तीर चलाते रहे हैं। लेकिन अब उनकी संरचना के बारे में कुछ सटीक कहा जा सकता है।
‘साइंस जर्नल’ में छपे शोध पत्र में एमंट्स के हवाले से बताया गया है कि दिमाग का डिजिटल 3 डी मॉडल तैयार करने के लिए वैज्ञानिकों ने एक 65 वर्षीय मृत महिला के मस्तिष्क का सहारा लिया। शोधकर्ताओं ने उसके दिमाग के अंदरुनी हिस्से के 7,400 पतले-पतले टुकड़े किए। इसमें हर टुकड़ा इंसानी बाल की मोटाई का आधा था। फिर 3डी कैमरों से हर हिस्से की अलग-अलग तस्वीर उतारी गई। फिर कंप्यूटर के जरिये डाटा को जोड़ कर डिजिटल 3डी मॉडल तैयार किया गया। इसके बारे में कैंब्रिज विश्वविद्यालय के मनोचिकित्सक प्रो. पॉल फ्लेचर का कहना है कि इस मॉडल के तैयार होने के बाद इंसानी दिमाग की हर हरकत को पढ़ना अब आसान हो जाएगा। इससे दिमाग संबंधी रोगों के सटीक इलाज में भी मदद मिलने की संभावना है। शोधकर्ता इस मॉडल को दुनिया भर के वैज्ञानिकों को भेजने जा रहे हैं।