बीजिंग। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अगले महीने चीन यात्रा पर जाएंगे। उनकी इस यात्रा को सौहार्दपूर्ण और सफल बनाने की कोशिशें तेज हो चुकी हैं। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने चीनी पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारत-चीन सीमा विवाद लंबे समय से चला आ रहा है। इसके निपटारे में हड़बड़ी नहीं की जाएगी। दोनों सरकारों के सामने कई मुद्दे हैं। इनका हल एक दिन में नहीं हो सकता। इसलिए दोनों देशों के नेतृत्व ने निर्णय लिया है कि एक-एक करके इनका निपटारा किया जाएगा।
भारत-चीन ने सीमा विवाद पर वार्ता के लिए विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किए हुए हैं। इनके बीच 16 दौर की वार्ता हो चुकी है। खुर्शीद ने ग्लोबल टाइम्स से कहा कि वार्ता के लिए बनाया गया तंत्र अपने काम को बखूबी अंजाम दे रहा है। भारतीय विदेश मंत्री ने प्रधानमंत्री की चीन यात्रा को बेहद अहम बताया। उन्होंने कहा कि हमें बेहद खुशी है कि चीन के प्रधानमंत्री ली कछ्यांग की पहली विदेश यात्रा भारत की थी। मनमोहन नई दिल्ली-बीजिंग संबंधों में मिठास के लिए व्यक्तिगत दिलचस्पी लेते हैं।
खुर्शीद ने चीनी टेलीकॉम कंपनियों हुआवे व जेडटीई और निवेशकों को आ रही दिक्कतों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिॉनिक और टेलीकॉम उत्पादों के संबंध में कुछ सुरक्षा दिक्कतें हैं। हम आपकी समस्याओं पर ध्यान दे रहे हैं। ये परेशानियां जल्द दूर कर ली जाएंगी। इंटरनेट को उन्होंने शानदार बताया, लेकिन कहा कि जनता को सरकार और प्रशासनिक मशीनरी को समझने के बाद ही सवाल उठाने चाहिए। हम सेंसरशिप के पक्षधर नहीं। इंटरनेट के संबंध में हम संतुलन जरूर बनाना चाहते हैं।
पाक-चीन परमाणु भागीदारी चिंतित करने वाली
भारतीय विदेश मंत्री ने चीन और पाकिस्तान के बीच परमाणु भागीदारी पर चिंता भी जताई। उन्होंने कहा कि चीन हमारा आर्थिक और सामाजिक मित्र है। अगर हम जापान और अमेरिका से संबंध मजबूत कर रहे हैं तो उसे परेशान नहीं होना चाहिए। ये दोनों देश हमें चीन के खिलाफ नहीं करना चाहते। अगर वे हमसे ऐसा कोई सवाल करेंगे तो हम भी उनसे पूछेंगे कि आपने क्यों चीन से संबंध बनाए हुए हैं। जहां तक पाकिस्तान की बात है उसने जबरदस्ती परमाणु क्षमता हासिल की। पाकिस्तान को परमाणु मदद देने से पहले चीन को हमारी चिंताओं पर भी ध्यान देना चाहिए।
द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता शुरू
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की यात्रा को सफल बनाने के लिए भारत और चीन ने तैयारी शुरू कर दी है। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद समेत द्विपक्षीय संबंधों पर बुधवार से वार्ता शुरू हो गई। रणनीतिक आर्थिक फोरम एसईडी की चार दिवसीय वार्ता शुरू हो गई है। इसके बाद सीमा मसलों पर द्विपक्षीय चर्चा शुरू होगी।