इस्लामाबाद। पाकिस्तान तालिबान ने अपने प्रमुख हकीमुल्ला महसूद की मौत के लिए सरकार पर दोषारोपण करते हुए चेतावनी दी है कि वह सत्ताधारी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल-एन) के नेताओं को निशाना बनाना शुरू करेगा।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने यह भी घोषणा की है कि वह नवाज शरीफ सरकार के साथ कोई शांति वार्ता नहीं करेगा। अमेरिकी ड्रोन हमले में हकीमुल्ला की मौत का बदला लेने की धमकी वह पहले ही दे चुका है। अफगानिस्तान में सक्रिय एक अज्ञात आतंकी कमांडर के हवाले से जियो न्यूज ने कहा है कि अमेरिका को सहयोग देने के लिए पीएमएल-एन के नेताओं को भी निशाना बनाएंगे। टीटीपी के प्रवक्ता शाहिदुल्ला शाहिद ने कहा कि तालिबान के नेता जानते हैं कि सरकार शांति वार्ता के प्रति गंभीर नहीं है। रिपोर्ट में तालिबान प्रवक्ता के हवाले से कहा गया है कि हम नहीं चाहते थे कि पाकिस्तान की निर्दोष जनता को और कोई नुकसान हो। इसलिए हमने सरकार के साथ बातचीत का निर्णय लिया था लेकिन हकीमुल्ला को मार डालने में सरकार द्वारा अमेरिका की मदद करने से यह बात साबित हो गई है कि सत्ता में बैठे लोग शांति वार्ता के प्रति गंभीर नहीं हैं। उसने चेतावनी दी कि सरकार को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। प्रवक्ता का कहना है कि सरकार टीटीपी के साथ दोहरा खेल खेल रही है।