गुजरात विकासमॉडल
लोकसभा चुनाव में गुजरात के आधारभूत संरचना से जुड़ी ऐसी ऐसी तस्वीरें सोशल मीडिया में छा गईं जिनसे युवा पीढ़ी को विश्वास हो गया कि पिछले कुछ वर्षो में गुजरात के शहर जापान के शहरों से भी आगे निकल गए हैं | इतना ही नहीं, लोगों को भरोसा हो गया कि जो चमत्कार गुजरात में हुआ है वह उनके शहर में भी हो सकता है अगर मोदी सरकार को वोट दिया जाए | फोटोशॉप कर झूठ की बुनियाद पर रची इन तस्वीरों से भाजपा ने देश के लोगों को ख़ूब मूर्ख बनाया |
सच कितने दिन छिप सकता है ? अंततः ज़मीनी हकीकत की चर्चा और तस्वीर उभरने लगी है | उदाहरण के लिए यह देखिए – कल रात सूरत एअरपोर्ट पर एक फ्लाईट से भैंस टकरा गई ! फ्लाईट में 150 लोग सवार थे जिन्हें खुशकिस्मती से क्षति नहीं हुई ! एक बड़ा हादसा होते होते बचा |
जो राज्य इतना विकसित हो चुका है उसके एअरपोर्ट पर भैंस क्या कर रही थी ? अगर चुनाव का वक्त होता तो अब तक फेसबुक और ट्विटर पर छाया रहता कि गुजरात में इतना एडवांस एअरपोर्ट है कि भैंसें भी हवाईजहाज से यात्रा कर सकती हैं या मोदी जी ने गुजरात में जेनेटिक इंजीनियरिंग से ऐसी भैंसे तैयार की हैं जो चलते हवाईजहाज में भी सवार हो सकती हैं | फोटोशॉप से अब तक गुजरात टूरिस्म का प्रचार भी आ गया होता जिसमें अमिताभ बच्चन जी सूरत एअरपोर्ट से हवाईयात्रा कर रहे होते और उनके बगल वाली सीट पर भैंस बैठी होती – और कह रहे होते – उड़ के देखो भैंसों के साथ में, कुछ दिन तो गुजारो गुजरात में ! तो फ़र्जी तस्वीरों में मोदी जी कहते दिख रहे होते कि उन्होंने डेयरी का इतना विकास किया है कि फ्लाईट पर शुद्द दूध भी मिलता है, और ताजे दूध की चाय भी ! बात इतने पर ही नहीं रूकती ! उत्तर प्रदेश में भाजपा दहाड़ कर कहती कि गुजरात कि भैंसों का छप्पन इंच का सीना है तो बिहार भाजपा के नेताओं ने अब तक प्रेस कांफ्रेंस कर बताया होता कि बिहार की भैंसे कितनी पिछड़ गईं हैं और इसका कारण भी नीतीश कुमार हैं |
बहरहाल, चूँकि चुनाव का वक्त नहीं है इसलिए इस दुर्घटना को विकास के नए पायदान का स्वरूप नहीं दिया गया है |
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