जाट ने पहले से ही विकसित कस्बे को गोद लिया

 सांवरलाल जाट
सांवरलाल जाट

अजमेर (एस पी मित्तल ) अजमेर के भाजपा सांसद सांवरलाल जाट ने पहले से ही विकसित कस्बे को गोद लिया है। सांसद के इस निर्णय को राजनीति से प्रेरित माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अति पिछड़े गांव को गोद लेने के लिए देशभर के सांसदों से कहा है। प्रधानमंत्री के आह्वान पर ही अजमेर के सांसद जाट ने जिले के पीसांगन कस्बे को गोद लेने की घोषणा की है। जाट की इस घोषणा पर सभी को आश्चर्य हो रहा है क्योंकि पीसांगन गांव है ही नहीं। पीसांगन पहले से ही उपखण्ड मुख्यालय पंचायत समिति मुख्यालय आदि से भरपूर सुविधायुक्त कस्बा है। एसडीएम और पंचायत समिति मुख्यालय होने की वजह से ही यहां तहसीलदार का कार्यालय भी है। प्रधानमंत्री की ओर से कहा गया था कि जिस गांव की आबादी 3-5 हजार के बीच हो उसे ही सांसद गोद ले, जबकि पीसांगन कस्बे में मतदाताओं की संख्या 12 हजार से ज्यादा है और आबादी 30 हजार की है। यहां पहले से ही राजकीय गल्र्स सीनियर हायर सैकण्डरी स्कूली तथा लड़कों के दो माध्यमिक स्कूल चल रहे है। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, विद्युत निगम के सहायक अभियंता, वन अधिकार, महिला एवं बाल विकास अधिकारी के साथ-साथ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय भी बने हुए है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अलावा निजी क्षेत्र में भी सुविधायुक्त प्राथमिक अस्पताल संचालित है। इतना ही नहीं निजी क्षेत्र में आईटीआई संस्थान भी चल रहे हैं। सीनियर हायर सैकण्डरी स्तर का पब्लिक स्कूल भी संचालित है जिसमें करीब 2 हजार छात्र-छात्राएं अध्ययन करते है। देश की प्रमुख राष्ट्रीयकृत बैंकों की शाखाएं, पेट्रोल पम्प, गैस एजेन्सियां, दुपहिया वाहनों के शोरूम आदि की सुविधाएं भी पीसांगन कस्बे में उपलब्ध है। पीसांगन किसी भी दृष्टि से गांव नजर नहीं आता है। शहर से जुड़े कस्बे में जितनी भी सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए वे सब पीसांगन में उपलब्ध है। समस्याएं शहरी क्षेत्र वाली ही है जैसे अस्पताल में डॉक्टर, स्कूल में शिक्षक, एसडीएम, पंचायत समिति मुख्यालय, तहसील आदि में स्टाफ की कमी। इतनी सुविधाओं के बाद भी पीसांगन को पिछड़ा गांव मानते हुए सांसद ने गोद लिया है। सांसद के इस निर्णय को राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है। सांसद बनने से पहले जाट पीसांगन कस्बे के नसीराबाद विधानसभा क्षेत्र से ही विधायक चुने गए थे। अब जाट की नजर अपने पुत्र को नसीराबाद से चुनाव लड़वाने पर है। ऐसे में पीसांगन के 12 हजार मतदाताओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। पीसांगन कस्बे के नागरिक भी यह देखना चाहते है कि गोद लने के बाद सांसद सांवरलाल जाट कस्बे में कौन से विकास कार्य करवाएंगे। यह बात अलग है कि अजमेर संसदीय क्षेत्र में ऐसे सैंकड़ो गांव है जहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। ग्रामीणों को दूसरे गांव जाने के लिए पगडंडियों से होकर गुजरना होता है। पेयजल की कोई योजना नहीं है। पीने का पानी गांव के कुएं से ही लेना होता है लेकिन सांसद का ऐसे गांवों की ओर ध्यान नहीं गया।

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