वस्तुत: जब से गौरव गोयल अजमेर आए हैं और जिस प्रकार त्वरित गति से काम कर रहे हैं, उससे ही लग गया था कि उन पर ऊपर का हाथ जरूर होगा। स्मार्ट सिटी के पैमाने में कहीं भी फिट नहीं बैठ रहे अजमेर को जिस प्रकार गोयल प्रयास कर दूसरी राष्ट्रीय सूची में शामिल करवाने के लिए विशेष कवायद कर रहे हैं, वह भी इसका संकेत है कि उनमें जो आत्मशक्ति है, उसके पीछे कोई राजनीतिक इच्छा शक्ति भी काम कर रही है। हाल ही जब टॉय बैंक की स्थापना के अवसर पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की तो गौरव गोयल के साथ बात करते वक्त उनका जो लहजा था, वह इस बात का सबूत दे रहा था कि वे उनके कामकाज से पूरी तरह से संतुष्ट हैं। ज्ञातव्य है कि शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी और महिला व बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल के बीच छत्तीस के आंकड़े के कारण प्रशासन पंगु हो गया था। समझा जाता है कि उसी के मद्देनजर वसुंधरा ने गौरव गोयल को विशेष पावर दे दिए हैं कि वे बिना किसी दबाव के अजमेर का कायाकल्प करें। आगाज तो अच्छा ही नजर आ रहा है, अब अंजाम देखना है कि वाकई वे अदिति मेहता की तरह आम अजमेरवासी के जेहन में स्थान बना पाते हैं या नहीं।
-तेजवानी गिरधर
7742067000, 8094767000

Yes it is true, even i had meeting and first time i was satisfied with this young man, he can be a key person to change the geographic condition of Ajmer I wish him all the success.