करोडो की होती है अंधी कमाई
कालेज मे पढने वाले लाखो छात्रो के साथ यह होता हे या तो वह फेल हो जाता है या या नम्बर कम आते है फिर वो अपनी कापी रिचेकिंग के लिये आवेदन करता है जिसके आवेदन फिस है 150 एक विषय की हर छात्र लगभग दो विषय मे आवेदन करता है जिसकी फिस 300 रू हो जाती है लाखो आवेदन आते है पहले इसका परिणाम दिसम्बर या जनवरी तक आता था छात्र परेशान रहता था कि वो कोनसी कक्षा की तैयारी करे आगे की या पिछे की लेकिन छात्र सलाहाकार समिती ने राजस्थान हाईकोर्ट मे जनहित याचिका दायीर की जिसमे परिणाम जल्द देने की मागं की थी लेकिन ऊससे पहले राज्यपाल महोदय कल्याण सिंह जी ने आदेश जारी कर सभी विश्विधालयो को 45 दिन मे परिणाम देने के आदेश दे दिये यह अच्छा हो गया लेकिन जिस छात्र ने रिचेकिंग कराई वो ऊसमे फेल से पास हो जाता है 2 नम्बर से 20 नम्बर हो जाते है अब समज नही आता यह गलती किसकी है यह गलती तो कापी चेक करने वाले लेक्चरार की या नम्बर चढाने वाले कम्यूटर आपरेटर की है अब किसी छात्र के नम्बर बड जाते हो तो विश्विधालय को छात्र की आवेदन फिस वापस लोटानी चाहिये लेकिन नही लोटाती अब विश्विधालय की तो हो गई अपनी कर्मचारीयो की गलती से ही करोडो की कमाई शायद ऐसा लगता है जेसे यह पूरा एक योजना के तहत ही काम होता है अब जल्द हि राजस्थान हाईकोर्ट मे छात्र सलाहाकार समिती जनहित याचीका लगाने जा रही है
विजय काकाणी अध्यक्ष छात्र सलाहाकार समिती 9509821144