*गेंगस्टर कुख्यात आंनद पाल के एनकाउंटर के बाद बडे भाई राजपूत समाज और छोटे भाई रावणा राजपूत समाज की नाराजगी के चलते अब यह फेरबदल अनिवार्य सा लगने लगा है भाजपा आलाकमान को ,राजस्थान के दोनों शक्ति पुंज रावणा व राजपूत समाज की वजह से मध्यप्रदेश , उत्तर प्रदेश , आदि के राजपूत भी भाजपा से नाराज हो रहे हैं इसलिए डेमज कंट्रोल करना अति आवश्यक हो गया है , राजपूत समाज किसी भी तरह से वसुंधरा जी से राजी नहीं हो रहा है , जैसलमेर में वसुंधरा जी राजपूतों से और रावणा राजपूत सरदारों से मिली थीं पिछले दिनों तो दोनों राजस्थान के महान समाजों ने अपनी नाराजगी प्रकट करी थी और मेडम जी को पीछा छुडवाना भारी पड गया था* ,
*इस सारे प्रकरणों में वसुंधरा सरकार के एक समय के बडे प्रभावी मंत्री जी भी आग में घी डाल रहे हैं , क्योंकि उनका वसु मेडम के पुत्र सासंद महोदय से एक अन्तरगं सम्बंध को ले कर विवाद हो गया था और मंत्री महोदय बहुत आहत हुऐ थे और खून का घूंट पी कर रह गये थे जो व्यवहार उनके साथ हुआ उसकी उनको कभी अपेक्षा भी नहीं थी , इस प्रकरण को लेकर भी मंत्री महोदय का संभाग और समाज अंदर ही अंदर बहुत नाराज है , और मौके की तलाश में घात लगाये रहता है और बडी तरकीब से आग में घी डालता रहता है* ,
राजेश टंडन वकील अजमेर*