जयपुर की न्यू पत्रकार कालोनी योजना एक बार फिर अटक गई है… गहलोत सरकार ने साढे चार साल इन्तजार कराने के बाद आवंटन की लाटरी निकाली थी, लेकिन जेडीए ने उसके पट्टे जारी नहीं किए… नियमानुसार 30 दिन में पट्टे जारी नहीं होने पर आवंटन स्वत: रद्द हो जाता है.. इधर मामला कोर्ट में पहुंच गया है, यानी कि गई भैंस पानी में……ऐसा पहली बार हुआ …..राजस्थान में.
पत्रकार धीरज कुलश्रेष्ठ के फेसबुक वॉल से. http://bhadas4media.com