पत्रकार की मुखबिरी के कारण पकड़े गये प्रवीण तोगड़िया

praveen togariyaमुखबिरी न हुई होती तो प्रवीण भाई तोगडि़या और अयोध्या से भाजपा के पूर्व विधायक लल्लू सिंह गिरफ्तार न होते। बीती सारी रात जिला प्रशासन विहिप के बड़े नेताओं को गिरफ्तार करने के लिए मंसूबे बनाता रहा परन्तु जब सफलता नहीं मिली तो उन्होंने मुखबिरों का सहारा लिया। प्रशासन द्वारा की गयी जबरदस्त नाकेबंदी और सीमाओं को सील किए जाने के बावजूद विहिप के महामंत्री प्रवीण भाई तोगडि़या आखिरकार अयोध्या पहुंच ही गए। न केवल इतना बल्कि एक राष्ट्रीय चैनल ने जब उनका लाइव इंटरव्यू आज सुबह से दिखाना शुरू किया तो प्रशासन बौखला उठा। दो स्थानीय पत्रकारों के मदद से लल्लू सिंह की लोकेशन हासिल की गयी और जब वे एक स्थान से निकलकर गोलाघाट की ओर जा रहे थे तो उन्हें ऋणमोचन घाट पर दोनो अधिकारियों ने दबोच लिया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जिलाधिकारी ने उन्हें बाहों से थामा, गाड़ी में बैठाकर पोज देकर फोटो खिचवाए तथा मुस्कुराते हुए उनसे कहा कि आपने तो कल से ही मोबाइल स्विच ऑफ कर रखा है उठा ही नहीं रहे थे। परन्तु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के.बी. सिंह ने उन्हें धकियाते हुए जीप में बैठाया। वहां से उसी मुखबिरी के आधार पर आगे बढ़े तो झुनकीघाट पर नगर पालिका परिषद अयोध्या के चेयरमैन राधेश्याम गुप्ता, दर्जन भर से अधिक भाजपाइयों के साथ सरयू पूजन करने जा रहे थे, घाट के किनारे उन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया।

अब डीएम व एसएसपी गोलाघाट की ओर बढ़े जहां उनका राम भक्तों के साथ गुरिल्ला वार की तर्ज पर दौड़ा−दौड़ाई हुई। एक गली से राम भक्त जय श्रीराम कहते हुए आगे बढ़ते डीएम, एससपी उन्हें हांफते−डाफते दौड़ाते पकड़ने की कोशिश करते मगर हाथ न आते तभी दूसरी गली से दूसरा जत्था निकल पड़ता प्रशासन उन्हें दौड़ाता। इस बीच उन्हें केवल ऐसे साधू मिले जो आन्दोलन से परे अपने निजी कार्यों से किनारे से सौदा खरीदने जा रहे थे। इसी बीच भाजपा नेता बाबा शंकर दास अन्य कई भाजपाई गिरफ्तारी की नीयत से नारा लगाते आगे बढ़े। प्रशासन उन्हें हिरासत में लिया परन्तु थोड़ी देर में वहीं छोड़ दिया।

उन्हें तो तलाश थी तोगडि़या की। एसएसपी ने आपनी कसम देकर इज्जत बचाने के लिए एक राष्ट्रीय चैनल से उस पत्रकार को हाथ जोड़कर विनती की कि किसी प्रकार से तोगडि़या की लोकेशन बता दें। काफी मशक्कत के बाद गोलाघाट के किनारे बने मन्दिर की ओर जैसे ही बढे़ प्रवीण भाई तोगडि़या मन्दिर से जब सरयू पूजन को निकल रहे थे, तभी जबरदस्त मशक्कत के बाद गिरफ्तार कर लिए गये। प्रशासन ने सकून की सांस लेते हुए मीडिया को बताया कि साधूवेश और बजरंगियों की ड्रेस में प्रशासन के लोग उनके बीच घुस गए थे जिनकी मदद से गिरफ्तारियां हुईं। http://visfot.com

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